हरियाणा के मुसलमान बाहुल्य भाग में धर्मांध चोर को पकडने के लिए गई पुलिस पर धर्मांधों की ओर से आक्रमण

  • चोर पुलिस की हिरासत से भागा

  • महिला पुलिस निरीक्षक की वर्दी फाडी

  • देश के अधिकांश मुसलमान बाहुल्य भागों में चोर, डकैत, बलात्कारी, जिहादी आतंकवादी आदि छुपे रहते हैं, यह ध्यान में लें !  – संपादक
  • देश के अधिकांश मुसलमान बाहुल्य भागों में आरोपियों को पकडने के लिए गई पुलिस पर आक्रमण होते रहते हैं यह एक ‘राष्ट्रीय समस्या’ है । इस समस्या का हल करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !  – संपादक
  • धर्मांध आरोपियों को ना पकड सके, इसलिए पुलिस पर आक्रमण करने की घटना से धर्मांध  कितने मुजोर हो गए हैं, यह ध्यान में आता है । स्वतंत्रता के बाद पिछले ७४ वर्षों में मुसलमानों की चमचागीरी करने का यह परिणाम है । यह सभी पार्टियों के राज्यकर्ताओं के लिए अपमानजनक !  – संपादक
(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

नूंह (हरियाणा) – यहां के मुसलमान बाहुल्य तावडू गांंव में धर्मांधों की ओर से पुलिस पर आक्रमण करने की घटना हुई है । ए.टी.एम. लूट के मामले में आरोपी तस्लिम को पकडने के लिए पुलिस यहां गई थी । इस समय महिला पुलिस निरीक्षक की वर्दी फाडी गई । इस समय पुलिस द्वारा पकडे तस्लीम को भी धर्मांधों ने छुडा लिया । १८ सितंबर ,२०२१ के दिन राज्य के गुरूग्राम के धनकोट भाग में स्थित एक ए.टी.एम. ४ लोगों ने लूटा था । इस समय उन्होंने पुलिस पर गोलियां चलाई थी । इन चार लोगों में तस्लीम शामिल था ।

१. पुलिस तावडू भाग में तस्लीम के घर पहुंची और उसे हिरासत में लिया । उस समय उसकी मां, पिता, पत्नी और बहन, साथ ही अन्य धर्मांधों ने महिला पुलिस निरीक्षक रीना को मारना चालू किया । उनका पहचानपत्र छीन लिया । इस मारपीट के समय तस्लीम वहां से भाग गया । तस्लीम की मां, पिता, पत्नी और बहन इन चारों के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया है ।

२. मुसलमान बाहुल्य नूंह जिले में इस प्रकार की घटना इसके पहले भी हुई है । मार्च २०१८ में बावला गांव में रफीक नामक चोर को ढूंढने के लिए गई पुलिस पर आक्रमण किया गया था । इस समय पुलिस अधीक्षक की गाडी पर डंपर चढाने का प्रयास किया गया था ।