अमृतसर (पंजाब) के स्वर्ण मंदिर में गुरू ग्रंथ साहिब का अपमान करने का प्रयास करने वाले को भीड के मारने से मृत्यु

पाक में ईशनिंदा करने वाले को भीड मारकर जिंदा जलाती है, तो पंजाब में धार्मिक स्थल का अपमान करने वाले को भीड जान से मारती है । दूसरी ओर हिन्दू उनकी धार्मिक बातों के अपमान के विषय में वैधानिक मार्ग से कुछ तो, और वो भी कभी कभी ही कुछ कृति करने का प्रयास करती है ! – संपादक

अमृतसर (पंजाब) – यहां सिखों के सबसे बडे धार्मिक स्थल स्वर्ण मंदिर के गुरू ग्रंथ साहिब (सिखों का पवित्र धर्मग्रंथ) का अपमान करने का प्रयास करने वाले को भीड द्वारा जान से मारने की घटना हुई है । मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी इस घटना का विरोध करते हुए जांच के आदेश दिए हैं ।

१. पुलिस द्वारा दी जानकारी के अनुसार, रेहरास साहिब पाठ (सायंकाल की प्रार्थना) चालू रहते एक अज्ञात व्यक्ति  चबूतरे से कूदा और कथित रुप से गुरू ग्रंथ साहिब के सामने रखी तलवार को हाथ लगाते हुए अपवित्र काम करने का प्रयास किया । इसके बाद वहां की भीड युवक को बाहर ले गई और उसे अमानवीयता से मारा । इस मार से युवक की मृत्यु हो गई । युवक का मृतदेह शवविच्छेदन के लिए भेजा गया है । युवक अकेला ही था, ऐसा बताया जा रहा है ।

२. भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसके पीछे साजिश होने का आरोप लगाया है । उन्होंने इस प्रकरण में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से चर्चा करने पर शाह ने योग्य जांच करने का आश्वासन दिया है ।

३. १५ दिसंबर के दिन इस मंदिर के सरोवर में एक युवक ने गुटके का पैकट फेंका था । इस समय मंदिर के सेवकों ने उसे पकडकर पुलिस की हिरासत में दिया था ।