राहुल गांधी के ‘हिन्दू एवं हिन्दुत्वनिष्ठ’ के वक्तव्य का प्रकरण
नई देहली – ‘क्या ‘हिन्दू’ के रूप में सत्ता प्राप्त करना, यही कांग्रेस की नीति है ?’ ऐसा प्रश्न एमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के वक्तव्य पर उठाया है । ‘राहुल गांधी एवं कांग्रेस ने हिन्दुत्व के लिए पृष्ठभूमि सिद्ध(तैयार) की है । भारत केवल अकेले हिन्दुओं का नहीं, भारतीयों का है’, ऐसा भी ओवैसी ने कहा है । (‘भारत भारतीयों का है’ यह मात्र कहने के लिए ही है, वास्तविक रूप में ओवैसी के धर्म-बंधू देश की सुविधाएं लूटने के अतिरिक्त देश के लिए मूर्त रूप में क्या कर रहे हैं, यह उन्होंने बताना चाहिए ! – संपादक)
राहुल गांधी ने क्या कहा था ?
जयपुर (राजस्थान) में कांग्रेस की बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि, ‘भारत हिन्दुओं का देश है, हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्तियों का नहीं । ( हिन्दू एवं हिन्दुत्वनिष्ठ का अर्थ ही ज्ञात न होने वाले राहुल गांधी ऐसा ही बालवत( बचकाना) एवं हास्यास्पद वक्तव्य ही करेंगे ! इसीलिए कोई भी उन्हें तथा उनके वक्त्यव्यों को गंभीरता से नहीं लेता है, यह कांग्रेसियों को भी अब ज्ञात हो चुका है । हिन्दुत्वनिष्ठ नथुराम गोडसे ने ही म गांधी की हत्या की । (स्वयं को ‘हिन्दू’ कहलानेवाले कांग्रेसियों ने ही गांधी हत्या के पश्चात संपूर्ण देश में सैकडों ब्राह्मणों की हत्या की, इंदिरा गांधी की हत्या के पश्चात सिखों का नरसंहार किया, इनके संबंध में राहुल गांधी क्यों नहीं बात करते ? – संपादक) हिन्दुत्वनिष्ठ सत्ता के लिए जन्म व्यतीत करते हैं । उनका सत्य से कोई लेना-देना नहीं होता है । ‘सत्ताग्रह’ उनका मार्ग है, ‘सत्याग्रह’ नहीं । दूसरी ओर, हिन्दू मात्र इसका निर्भीकता से सामना करता है । वह एक इंच भी पीछे नहीं हटता है । मैं हिन्दू हूं, हिन्दुत्वनिष्ठ नहीं । (‘हिन्दू’ राहुल गांधी भारतीयों को बताएं कि, ‘उन्होंने निर्भीक होकर कितनी घटनाओं का सामना किया है !’ – संपादक)