गया (बिहार) में एक हिंदू द्वेषी शिक्षिका ने श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला को कूडेदान में फेंका !

शिक्षिका के विरोध में कार्रवाई न होने के कारण, इस्कॉन ने दी आंदोलन की चेतावनी !

  • क्या यह हिंदू द्वेषी शिक्षिका दूसरे संप्रदायों के धर्मग्रंथों को कूडेदान में फेंकने का साहस करेगी ? हिंदुओं को लगता है, कि सरकार उसे बंदी बनाकर कारागृह में डाले ! – संपादक
  • कोई भी उठकर हिंदू धर्म, शास्त्रों, देवताओं, संतों आदि का चाहे जैसा अपमान करता है और १०० करोड हिंदू इसे सहन करते बैठे रहते हैं ! हिंदुओं के लिए ये स्थिति अति लज्जास्पद है ! हिंदू कब ऐसा वातावरण निर्माण करेंगे, कि हिंदू धर्म को कोई कुटिल दृष्टि से देखने का साहस भी ना करे ? – संपादक

गया (बिहार) – बागेश्वरी मार्ग स्थित, केंद्रीय विद्यालय-१ के एक छात्र ने आरोप लगाया कि, “एक शिक्षिका ने छात्रों के बैग का निरीक्षण करते समय मेरे बैग में रखी हुई श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला निकाल कर फेंक दी ।” एक स्थानीय हिंदू समर्थक संगठन के एक कार्यकर्ता ने, छात्र के साथ इस प्रकरण पर चर्चा की और इसका वीडियो बनाकर सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित कर दिया । उसके उपरांत, पाटलिपुत्र (पटना) संभाग कार्यालय को सूचित कर दिया गया और वहां जांच के लिए एक दल भेजा गया है ।

१. संबंधित वीडियो में छात्र ने कहा, “मेरे बैग में सदा श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला होती है । २ दिन पहले, मेरी शिक्षिका ने सभी बच्चों के बैगों की जांच की । तब उन्हें मेरे बैग में श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला मिली । यह देखकर शिक्षिका क्रोधित हो गई और उसने श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला को कूडेदान में फेंक दिया ।” छात्र के अनुसार, शिक्षिका अन्य पंथ की है ।

२. वीडियो सामने आने के उपरांत, विद्यालय की प्रधान अध्यापिका (प्रभारी) अमाना खातून ने कहा कि, “वरिष्ठ अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं और इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी ।”

३. घटना पर टिप्पणी करते हुए इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष जगदीश श्यामदास ने कहा, “केंद्रीय विद्यालय नंबर १ के छात्रों को सिर पर शिखा और माथे पर टीका लगाने के कारण, गत कई दिनों से मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है । हाल ही में, सनातन धर्म के महान ग्रंथ को इसी स्कूल में कूडेदान में फेंक दिया गया था । जिस छात्र के साथ घटना हुई है, वह इस्कॉन का सेवक है ।”

पुलिस ने अभियोग प्रविष्ट करने से मना किया !

यदि अन्य संप्रदायों के प्रकरण में ऐसा होता, तो क्या पुलिस ऐसी ही भूमिका निभाती ? हिंदुओं की मांग है, कि सरकार ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास की सजा दे ! – संपादक

छात्र के पिता ने कहा, “मैं हिंदू धर्मग्रंथों का अपमान करने वालों के विरुद्ध शिकायत प्रविष्ट कराने डेल्हा पुलिस थाने गया था ।” किन्तु, पुलिस ने शिकायत को पंजीकृत करने से मना कर दिया । इसके उपरांत, मैंने अपर पुलिस अधीक्षक से बात कर शिकायत पंजीकृत कराने का प्रयत्न किया, वहां भी मेरी शिकायत स्वीकार नहीं की गई ।

शिक्षिका पर कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन ! – इस्कॉन

“श्रीमद्भागवत गीता और जपमाला को कूडेदान में फेंकने वाली शिक्षिका के विरुद्ध कडी से कडी कार्रवाई होनी चाहिए, अन्यथा हिंदू समर्थक संगठनों के साथ सडकों पर उतर कर आंदोलन करेंगे”, मंदिर के प्रबंधक जगदीश श्याम दासजी महाराज ने रेड क्रॉस के इस्कॉन मंदिर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चेतावनी दी । उन्होंने आगे कहा कि, “केंद्रीय विद्यालय के छात्र मानस चौहान, राहुल सिंह के बेटे हैं । राहुल सिंह लंबे समय से इस्कॉन से जुडे हुए हैं और भगवान कृष्ण के भक्त हैं । उन्होंने अपने बेटे पर सनातन धर्म के उच्च संस्कार किए हैं ।”