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दरांग (असम) – दरांग जिले के धौलापुर नगर में अतिक्रमण हटाने के लिए गए पुलिस दल पर सैकडों धर्मांध आंदोलनकारियों ने धावा बोल दिया । स्वसंरक्षण में दंगाइयों पर किए गए गोलीबार में, सद्दाम हुस्सैन एवं शेख फरीद, दोनों की मृत्यु हो गई तथा हिंसाचार में ९ पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं । इनमें से कुछ की स्थिति नाजुक बताई जा रही है । पुलिस उपनिरीक्षक मोनिरुद्दीन भी गंभीर रूप से घायल हुए । ऐसा बताया जा रहा है, कि आक्रमणकारियों में से कई सशस्त्र थे ।
असम के दरांग जिले में अतिक्रमण हटाने को लेकर एकबार फिर बड़ा बवाल हुआ है। करीब 800 परिवारों के पुनर्वास को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में दो लोगों के मारे जाने की खबर है।https://t.co/caLKHMBwp0
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) September 24, 2021
जब अतिक्रमण से विस्थापित हुए ८०० परिवार उनके पुनर्वास के लिए आंदोलन कर रहे थे, तभी प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे । उनके पास शस्त्र भी थे । इसी समय स्वसंरक्षण में पुलिस ने गोलीबारी की ।
पुलिस ने आत्मरक्षा में की गोलीबारी ! -मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा
राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई । इसमें दो लोगों की मृत्यु हो गई और एक पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गया । उसे चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती किया गया है ।
अतिक्रमण हटाना जारी रहेगा ! – पुलिस अधीक्षक
दरांग के पुलिस अधीक्षक सुशांत बिस्व सरमा ने कहा, कि सशस्त्र आंदोलनकारियों ने पुलिस पर धारदार शस्त्रों एवं पत्थरों से आक्रमण किया, इसलिए, पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पडी । ऐसा होने पर भी अतिक्रमण हटाने का काम जारी रहेगा । अब तक ६०२ हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है । (इतने बडे पैमाने पर जब अतिक्रमण हो रहा था, तक क्या वर्तमान शासन और पुलिस सोए हुए थे ? – संपादक)
राहुल गांधी ने की आलोचना !
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि, ‘असम इस समय प्रायोजित आग की चपेट में है । मैं असम में अपने भाइयों और बहनों का समर्थन करता हूं ।’ (कांग्रेस और गांधी परिवार द्वारा अतिक्रमण करने वाले कट्टरपंथियों के समर्थन के कारण ही आज देश में कट्टरपंथियों द्वारा किया जानेवाला अतिक्रमण बढ गया है ! – संपादक)
३०,००० एकड़ जमीन पर अतिक्रमण !
सूत्रों के अनुसार, ३० हजार एकड भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है । इस भूमि पर एक शिव मंदिर और एक गुफा है, जो ५,००० वर्ष पुरानी है । अतिक्रमण करने वालों में अधिकांश कट्टरपंथी हैं । सरकार द्वारा प्रशासन की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के आदेश दिए जाने के उपरांत यह कार्रवाई की गई है । कट्टरपंथियों ने कहा कि, “सरकार ने अतिक्रमण हटाते समय पुनर्वसन का आश्वासन दिया था ।”