अब तो केंद्र सरकार इसमें हस्तक्षेप कर विश्वभर के हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगी क्या ? – संपादक
नई दिल्ली – अमेरिका के कम्युनिस्टों द्वारा आयोजित किए गए ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्वा’ (हिन्दुत्व का समूल उच्चाटन) इस सम्मेलन द्वारा हिन्दुओं के विरोध में घृणा फैलाने के कारण अमेरिका के हिन्दुओं पर वांशिक आक्रमण बढेंगे, ऐसा डर वहां रहने वाले हिन्दुओं को लग रहा है, ऐसा सामने आया है ।
१. पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि, हिन्दुत्व को उखाड फेंकने के लिए विश्व स्तरपर सम्मेलन का आयोजन किया गया । इसमें अनेक विश्वविद्यालयों का समावेश था । यह, जो हिन्दुओं से घृणा करते हैं, उनका एक षड्यंत्र है ।
२. इस सम्मेलन के विरोध में अमेरिका में कुछ स्थानों पर प्रदर्शन भी किए गए । प्रदर्शन करने वाले हिन्दुओं का कहना है कि, अनेक भारतीय और हिन्दू विद्यार्थी इस सम्मेलन में सहभागी हुए विश्वविद्यालयों में शिक्षा ले रहे हैं । ऐसे में ही हिन्दुओं के विषय में सम्मेलन के माध्यम से घृणा फैलाने से उसका गलत परिणाम सामने आ सकता है । साथ ही ऐसे सम्मेलन अब अमेरिका समान अन्य देशों में भी आयोजित किए जा सकते हैं ।
३. अमेरिका के प्रसिद्ध सांसद नीरज ऐंथोनी ने कहा कि, यह सम्मेलन हिन्दू विरोधी लोगों का जमावडा है । इसके विरोध में लोगों को संगठित होना चाहिए । ऐसे सम्मेलनों के कारण अमेरिका के हिन्दुओं पर आक्रमण होने में प्रोत्साहन मिलेगा ।
४. कुछ विश्वविद्यालयों ने स्पष्ट किया कि, हम इस सम्मेलन का हिस्सा नहीं हैं; लेकिन हमारे कुछ शिक्षक इसमें सहभागी हुए होंगे ।
(कहते हैं) ‘हिन्दुत्व को नष्ट करना है !’ – आकांक्षा मेहता
हिन्दुत्व को नष्ट करने का प्रयास करने वाले इतिहास में असफल के रुप में गिने जाएंगे । मुगल और अंग्रेज भी हिन्दुत्व को नष्ट नहीं कर पाए । – संपादक
‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्वा’ इस सम्मेलन में सहभागी हुई आकांक्षा मेहता ने सम्मेलन में कहा कि, हमारा लक्ष्य हिन्दुत्व को नष्ट करना है ।हिन्दुत्व अर्थात हिन्दू धर्म नहीं, बल्कि वह आचरण है, जो अत्यन्त खतरनाक है और भविष्य में हमें ऐसे स्थान पर लेकर जा सकता है, जहां हमें नहीं जाना है ।