नई दिल्ली – भारत ने अफगानिस्तान मसले पर अमेरिका और रशिया को एक साथ लाया है । भारत के प्रयासों के कारण अमेरिकी गुप्तचर संगठन सी.आई.ए. के प्रमुख विल्यम बर्न्स और रशिया के सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाय पत्रुशेव को एक ही समय पर नई दिल्ली में बुलाया गया है । इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बडी सफलता कहा जा रहा है । २४ अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रशिया के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतीन के बीच दूरभाष पर चर्चा हुई थी । इसके आगे की चर्चा के लिए पत्रुशेव का भारत दौरा है, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है । पत्रुशेव ८ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से मिले ।