अफगानी निर्वासितों की आड में आतंकवादियों को आश्रय ना मिले ! – रशिया के राष्ट्रपति पुतिन

पुतिन को जो समझ में आता है ,वो भारत को भी समझना चाहिए अन्यथा अफगानी निर्वासितों को आश्रय देने के प्रयास में तालिबानी भारत में घुसेंगे ! – संपादक

मॉस्को – अफगानिस्तान से बाहर निकले निर्वासितों को रशिया के समीप के देशों में आश्रय देने पर रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आक्षेप लिया है । ‘निर्वासितों की आड़ में आतंकवादियों को आश्रय ना मिले । हमें रशिया में अफगानी आतंकवादी नहीं चाहिए’, ऐसा पुतिन ने कहा है । पुतिन ने कुछ पश्चिमी देशों की ओर से अफगानिस्तान के निर्वासितों को मध्य एशियाई देशों में बसाने की कल्पना का विरोध किया है ।

१. निर्वासितों को अमेरिका और युरोप में वीजा देने की (अन्य देशों में रहने की अनुमति देनेवाला पत्र) प्रक्रिया चालू है । इसपर पुतिन ने कहा, ‘इसका अर्थ वे (पश्चिमी देश) स्वयं वीजा़ के बिना किसी को प्रवेश नहीं देते हैं और वीजा़ के बिना हमारे पडोसी देशों में निर्वासित अफगानियों को भेजने वाले हैं क्या ?’

२. दूसरी ओर रशिया ने ‘तालिबान ने अफगानिस्तान की स्थिति को अच्छे से संभाला’, ऐसी प्रशंसा की है । रशिया के विदेश मंत्री सेरेगी ने ‘तालिबान के नेता अभी दिए गए आश्वासनों का पालन कर रहे हैं’, ऐसा कहा है । (रशिया द्वारा तालिबान की प्रशंसा करने के पीछे रशिया का राजनीतिक स्वार्थ है । ऐसे स्वार्थी महाशक्तियों के कारण आज अफगानिस्तान की यह स्थिति निर्माण हुई है ! – संपादक)