बेंगलुरु शहर में धर्मांध द्वारा एक अवयस्क हिन्दू युवती का अपहरण !

  • पुलिस द्वारा पीडित युवती की खोज करने में टाल-मटोल !

  • हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा पीछे पडने के पश्चात पुलिस ने की युवती की खोज !

  • हिन्दू युवतियों का अपहरण करने वाले धर्मांधों को आजीवन कारावास का दंड दिया जाए, तो कोई धर्मांध पुनः हिन्दू युवती को छूने का साहस नहीं करेगा ! – संपादक

  • राज्य के भाजपा सरकार को प्रयास करना चाहिए कि लडकी की खोज करने में आनाकानी करने वाले पुलिसकर्मियों की जांच कर उन्हें दंड दिया जाए, ताकि हिन्दू युवतियों के अपहरण के संबंध में पुलिस में संवेदनशीलता एवं सतर्कता निर्माण हो ! – संपादक

बेंगलुरु (कर्नाटक) – शहर में एक अवयस्क हिन्दू युवती का धर्मांध ने अपहरण कर लिया । प्रथम पुलिस ने युवती की खोज करने में आनाकानी की ; परंतु, हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा पीछा किए जाने के पश्चात, पुलिस ने तत्पर्ता से युवती की खोज की । इस प्रकरण में अपराधियों को कठोर दंड देने की मांग युवती के परिवार के सदस्यों ने की है ।

१. १० वीं कक्षा में पढने वाली १५ वर्ष आयु की युवती अपनी मां एवं मौसी के साथ बेंगलुरु शहर में रहती है । ५ अगस्त को युवती के पढाई न करने पर उसकी मां ने उसे डांटा । इसलिए, युवती घर से निकल गई । जब वह सायंकाल तक घर नहीं लौटी, तो उसकी सर्वत्र खोज की गई । दूसरे दिन युवती के परिजनों ने यहां के ब्याडरहळ्ळी पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट की एवं एक धर्मांध पर संदेह व्यक्त किया ।

२. पुलिस ने धर्मांध का मोबाइल नंबर लेकर उसके परिचितों से उसकी पूछताछ की । वह प्रथम बेंगलुरु में एक स्थान पर काम कर रहा था । तदुपरांत, पुलिस को पता चला कि वह वहां से एक अन्य शहर चला गया है ।

 ३. कुछ दिनों के पश्चात युवती के परिजन पुनः पुलिस थाने गए एवं यह बताकर कि धर्मांध का मोबाइल चालू है, युवक को खोजने के लिए पुलिस को आवेदन दिया । उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक अन्य धर्मांध पर भी संदेह है ; परंतु  पुलिस की ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला ।

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा यह प्रकरण मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास ले जाने के पश्चात, पुलिस ने युवती को खोज कर उसे उसके परिवार को सौंप दिया !

अंत में, युवती के परिजनों ने हिन्दू जनजागृति समिति से सहायता मांगी । ९ अगस्त को समिति के कर्नाटक राज्य के प्रवक्ता, श्री. मोहन गौडा ने अपने ट्विटर खाते से ट्वीट किया । कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का उल्लेख कर, उनसे ‘पीडिता के साथ न्याय करने’ की विनती की । इसके पश्चात, नगर पुलिस तत्काल सक्रिय हो गई । युवती के परिजनों ने पुलिस को, वह कौन से शहर में है, वह बताया ।

यह शहर, उस युवती के शहर से १ सहस्र किलोमीटर दूर है । युवती के परिवार के लिए वाहन का व्यय वहन करना संभव नहीं था । इसलिए, हिन्दू जनजागृति समिति ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवेदन दिया । उसके पश्चात, अधिकारियों ने स्वयं कार्यवाही करना आरंभ किया एवं पुलिस के दो दल भी गठित कर, राज्य के दो शहरों में युवती की खोज की । अंततः, ११ अगस्त को मध्य रात्रि को १ बजे युवती मिली एवं उसे बेंगलुरु के ब्याडरहळ्ळी पुलिस स्टेशन ले जाया गया । उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया । पुलिस आगे की जांच कर रही है तथा ऐसा ज्ञात हुआ है कि संबंधित धर्मांध को बंदी बना लिया गया है । युवती को खोजने की, हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा की गई पहल करने के कारण युवती मिल गई ; इसके लिए परिजनों ने समिति का धन्यवाद किया है ।