‘क्रूरता’, ‘विश्वासघात’, ‘अन्यों पर अन्याय करना’ आदि समान ‘गुण’ वाले तालिबान और चीन के एक साथ आने पर आश्चर्य कैसा ? इन दोनों की मित्रता केवल भारत के लिए ही नहीं, तो विश्व शांति के लिए भी खतरा है । इन दोनों की मित्रता के कारण भविष्य में आने वाले संकट का सामना करने की तैयारी भारत को अभी से करनी चाहिए ! – संपादक
काबुल (अफगानिस्तान) – चीन एक बडी अर्थ व्यवस्था और क्षमता वाला देश है । चीन ने अफगानिस्तान में शांति और सद्भाव बढाने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाई है । मुझे लगता है कि, चीन अफगानिस्तान को पुन: बसाने में और पुन: निर्माण में बहुत बडी भूमिका निभा सकता है । इस कारण चीन का देश के पुर्ननिर्माण में योगदान देने के लिए स्वागत है, ऐसा तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने चीनी मीडिया को बताया है । चीन के विदेश मंत्री वांगयी ने पिछले माह में तियानजिन में तालिबान के आतंकवादी समूह से भेंट की थी ।
China can contribute to Afghanistan's development: Taliban spokesman#Afganisthan #afghantalibaninchina #China #Talibans https://t.co/m60OTb8DSJ
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) August 20, 2021
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी तालिबान का समर्थन किया है । ब्रिटिश विदेश सचिव डोमिनिक राब से फोन पर बात करते समय वांग यी ने कहा कि, विश्व को अफगानिस्तान को मार्गदर्शन और सहयोग देना चाहिए । उसके ऊपर अधिक दबाव ना लाए; कारण अफगानिस्तान में वर्तमान में सत्ता हस्तांतरण चल रहा है ।