जहां मुख्यमंत्री के आवास पर पेट्रोल बमों से आक्रमण होता हो, वहां की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के संबंध में विचार न करना ही अच्छा होगा ! – संपादक
शिलांग (मेघालय) – मेघालय के मुख्यमंत्री एवं नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेता, कोनराड संगमा के आवास पर १५ अगस्त की रात्री पेट्रोल बम द्वारा आक्रमण किया गया । कुछ अज्ञात लोगों ने संगमा के घर पर पेट्रोल बम फेंके तथा वे वहां से भाग गए । सुरक्षा तंत्रों की सतर्कता के कारण इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ अथवा अन्य हानि नहीं हुई । पेट्रोल से भरी पहली बोतल निवास स्थान के आगे के भाग में तथा दूसरी बोतल घर के पिछले भाग में फेंक दी गई थी । इससे आग भी लग गई ; परंतु, चौकीदार ने तत्काल आग बुझा दी ।
The government has imposed a curfew in #Shillong and banned mobile internet services https://t.co/MpeBCoSK0C #Meghalaya
— India TV (@indiatvnews) August 16, 2021
विद्रोही नेता चेस्टरफील्ड थांगखु मुठभेड में मारा गया !
मेघालय में पूर्व विद्रोही नेता चेस्टरफील्ड थांगखु के पुलिस मुठभेड में मृत्यु हो जाने के पश्चात हिंसा आरंभ हो गई है । इस घटना के पश्चात, राज्य में स्थिति जब और अधिक बिगडने लगी, तब राज्य के गृह मंत्री लखन रिंबुई ने त्यागपत्र दे दिया ।
मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में रिंबुई ने कहा है कि, ‘चेस्टरफील्ड को पुलिस की छापेमारी के पश्चात कानून के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए मारा गया है । मुझे इस घटना का खेद है । (मेरे त्यागपत्र से) चेस्टरफील्ड की मृत्यु की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच करना सुलभ हो जाएगा एवं वास्तविकता सामने आ जाएगी । इस प्रकरण की न्यायिक जांच होनी चाहिए ।’ (एक विद्रोही नेता के समर्थन में बोलने वाला व्यक्ति मंत्री पद तक पहुंचता है, यह भारत में ही संभव है । यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अनिवार्य बनाती है ! – संपादक)