कराची (पाकिस्तान) में श्री गणपति मंदिर में की गई तोडफोड के विरोध में हिन्दुओं के विरोध प्रदर्शन !

भगवे ध्वज हाथ में पकडकर ‘जय श्रीराम’ एवं ‘हर हर महादेव’ के लगाए नारे !

कहां इस्लामी देशों में धर्महानि को टालने हेतु संगठित होनेवाले वहां के धर्मप्रेमी, तो कहां बहुसंख्यक हिन्दुओंवाले भारत में विविध माध्यमों से धर्महानि होते हुए भी उसका विरोध न करनेवाले जन्महिन्दू !  – संपादक

पाकिस्तान के कराची शहर में रहनेवाले अल्पसंख्यक हिन्दुओं ने विरोध प्रदर्शन किए

कराची (पाकिस्तान) – पाकिस्तान के कराची प्रांत में कुछ दिन पूर्व श्री गणपति मंदिर में हुई तोडफोड के विरोध में पाकिस्तान के कराची शहर में रहनेवाले अल्पसंख्यक हिन्दुओं ने विरोध प्रदर्शन किए । इस समय उन्होंने ‘जय श्रीराम’ एवं ‘हर हर महादेव’ की घोषणाएं भी कीं । उन्होंने भगवे ध्वजोंसहित ‘हमें न्याय चाहिए’ लिखे हुए फलक भी हाथ में पकडे थे । शहर के प्रेस क्लब के बाहर हिन्दुओं ने यह विरोध प्रदर्शन किए । इस विरोध प्रदर्शन में सीक्ख, पारसी, ईसाई एवं अन्य समुदाय के लोग भी सम्मिलित थे ।

जिस प्रकार इस्लाम का अनादर करनेवालों को फांसी दी जाती है, उसी प्रकार हिन्दुओं के धर्म का अनादर करनेवालों को भी फांसी दी जाए ! – कराची के प्राचीन हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रामनाथ मिश्रा महाराज

कराची के प्राचीन हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रामनाथ मिश्रा महाराज

कराची के प्रसिद्ध प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी रामनाथ मिश्रा महराज भी इस आंदोलन में सहभागी थे । उन्होंने कहा कि गुंडों ने जिस प्रकार श्री गणपति मंदिर में तोडफोड की, उसकी हम कडी निंदा करते हैं । जिस प्रकार इस्लाम में धर्म का अनादर करनेवालों को फांसी दी जाती है, उसी प्रकार हमारे धर्म का अनादर करनेवालों को भी फांसी दी जानी चाहिए ।

भारत के मुसलमान आनंद से रहते हैं ! – कराची के मुफ्ती फैसल

इस आंदोलन में कराची के मुफ्ती (शरिया कानून के जानकार एवं विचारक) फैसल भी सम्मिलित थे । उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान हूं; परंतु समाज में विद्वेष फैलानेवाली घटनाएं नहीं होनी चाहिएं, ऐसा मुझे लगता है । आज भी भारत में मुसलमान अल्पसंख्यक हैं । मेरे कई संबंधी भारत के विविध शहरों में रहते हैं और वे वहां से सुख से रह रहे हैं । (भारत के पाखंडी धर्मनिरपेक्षतावादियों एवं आधुनिकतावादियों के मुंह पर तमाचा ! ये पाखंडी लोग सदैव ही ‘भारत में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन हिन्दुओं का उत्पीडन करते हैं’, ऐसा आक्रोश करते रहते हैं । अब उन्हें मुफ्ती फैसल के इस वक्तव्य पर मुंह खोलना चाहिए और पाकिस्तान के हिन्दुओं की रक्षा के लिए आवाज उठानी चाहिए । तभी जाकर वे सच्चे धर्मनिरपेक्षतावादी हैं, यह प्रमाणित होगा ! – संपादक)