चीन को कोरोना का ‘सुपर स्प्रेडर’ कहने पर भारतीय मासिक पर चीन में प्रतिबंध !

  • भारत के एक समाचार पत्र ने विरोध में वृत्त छापा; इसलिए चीन उसपर सीधे प्रतिबंध लगाता है, इसके विपरीत चीन की ओर से अनेकों बार भारत विरोधी कार्यवाहियां होने पर भी उसके उत्पादनों पर भारत में प्रतिबंध नहीं लगाया जाता है । इससे ही चीन का अहंकार, तो भारत में स्वाभिमान की कमी दिखाई देती है ! यह स्थिति सरकार को बदलनी चाहिए, ऐसी जनता की अपेक्षा है !
  • भारत विरोधी वृत्त छापने वाले ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘वॉशिंगटन पोस्ट’, बीबीसी आदि विदेशी प्रसार माध्यमों पर भारत कब प्रतिबंध लगाएगा ?

बीजिंग – चीन को ‘सुपर स्प्रेडर’ (बडी मात्रा में महामारी फैलाने वाला) कहने पर चीन ने भारत के ‘स्वराज्य’ नामक मासिक पर चीन में प्रतिबंध लगाया । अनेक विश्व के विशेषज्ञों के मतानुसार कोरोना विषाणु की उत्पत्तग  चीन के वुहान स्थित प्रसिद्ध प्रयोगशाला में ही हुई है ।

भारत का ‘स्वराज्य’  राष्ट्रवाद का जतन करने वाला मासिक है । इसमें राजनीति, संरक्षण, अर्थनीति, भारतीय संस्कृति ऐसे विविध विषयों के समाचारों का समावेश होता है । इस मासिक में ‘मुखपृष्ठ कथा’ में ‘सुपरस्प्रेडर चीन को मिला संरक्षण, विश्व स्वास्थ्य संघठन से थी सांठगांठ, विश्व की समझ में आने से पहले मानवता आ गई खतरे में !’, इस शीर्षक के अंतर्गत विस्तार सहित वृत्त प्रसिद्ध किया गया है । मुखपृष्ठ पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का चित्र भी छापा है । चीन ने इस वृत्त का विरोध करते हुए मासिक पर ही प्रतिबंध लगा दिया ।