चुनाव में पैसा बांटने के मामले में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति की महिला सांसद को ६ माह कारावास का दंड !

देश की पहली घटना !

  • अनेक क्षेत्रों में पुरुषों की बराबरी करने वाली महिलाएं अब गुनहगारी में भी पुरूषों से पीछे नहीं, इससे यही स्पष्ट होता है !
  • चुनकर आने के लिए मतदाताओं को पैसे देने की आवश्यकता अनुभव होना, इसका अर्थ स्वयं की अकार्यक्षमता मानना है ! ऐसे भ्रष्ट उम्मीदवार चुनकर आने के बाद भ्रष्टाचार बढने में कोई आश्चर्य नहीं !
  • कहां सभी प्रकार से आदर्श राज्य व्यवस्था देने वाले प्रभु श्रीराम, तो कहां स्वयं भ्रष्टाचार करने वाले और जनता को भी भ्रष्टाचार सिखाने वाले वर्तमान में समाजद्रोही जनप्रतिनिधि !
  • भारत में होने वाले चुनाव, अर्थात गुंडे और भ्रष्टाचारी राजनेताओं द्वारा लालची मतदाताओं को पैसे देकर या सस्ता अनाज देने का लालच दिखाकर उनके मत और स्वाभिमान खरीदना ही है ! यह चित्र जनता के लिए लज्जास्पद ! यह स्थिति बदलने के लिए हिंदू राष्ट्र ही चाहिए !
मलोत कविता

भाग्यनगर – वर्ष २०१९ में हुए लोकसभा चुनाव में पैसा बांटने के मामले में तेलंगाना के महबूबाबाद की विद्यमान सांसद तथा राज्य की सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति पार्टी की नेता मलोत कविता को नामपल्ली की विशेष सत्र न्यायालय ने १० सहस्र रुपये का जुर्माना और ६ माह के कारावास की सजा सुनाई है ।

विशेष सत्र न्यायालय के इस निर्णय को मलोत कविता उच्च न्यायालय में चुनौती दे सकती हैं, ऐसा कहा जा रहा है । एक विद्यमान महिला सांसद को ऐसी सजा होना देश की पहली घटना है ।

एक मत के लिए दिए जा रहे थे ५०० रुपये !

वर्ष २०१९ में राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मलोत कविता के सहकारी शौकत अली को पैसे बांटते हुए रंगेहाथ पकडा़ था । शौकत अली बर्गमपहाड क्षेत्र के मतदाताओं का एक मत लेने के लिए ५०० रुपये बांट रहे थे । इसके बाद पुलिस ने शौकत अली और मलोत कविता के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया था । जांच के समय शौकत अली ने आरोप स्वीकार करते हुए कविता के कहने पर पैसे बांटने को स्वीकार किया था ।