इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में धार्मिक विषयों के मंत्री नूर उल हक कादरी ने १८ वर्ष आयु पूर्ण होने से पहले धर्म परिवर्तन पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव का विरोध किया है ।
Pakistani minister opposes restrictions on the religious conversion of minors, says ‘it’s their choice’https://t.co/VajRmJ3JGX
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 15, 2021
१.अल्पसंख्यकों के अधिकारों के विषय सिनेट संसदीय समिति के सदस्य कादरी ने कहा कि, आयु के १८ वर्ष होने से पहले धर्म परिवर्तन किसी की इच्छा पर निर्भर है । उसे कोई रोक नहीं सकता । यदि कोई आयु के १४ वर्ष हो जाने पर दूसरा धर्म स्वीकार करना चाहता है, तो उस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता । आयु के १८ वर्ष होने से पहले धर्म परिवर्तन के अनेक उदाहरण हैं ; लेकिन विवाह करने के लिए तय आयु सीमा के सूत्र को कानून के अनुसार नियंत्रित किया जा सकता है और इसके लिए ‘काउन्सिल ऑफ इस्लामिक आयडिओलॉजी’ से चर्चा कर सकते हैं ।
२. पाक के सिंध प्रांत में हिंदुओं की संख्या अधिक है । यहां पर धर्मांतर की घटनाएं बार बार हो रही हैं । इस कारण पिछले अनेक वर्षों से यह सूत्र लंबित रखा गया है । इस विषय में कादरी ने कहा, ‘‘ कोई बलपूर्वक धर्म परिवर्तन करता होगा, तो उसकी जांच की जाएगी ।’’ (पाक में रहने वाले कितने हिंदू और ईसाई लडकियों का अपहरण कर धर्मांतर करने की घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं । ऐसे कितने मामलों में जांच हुई ? और अभीतक कितने लोगों को सजा हुई ? मंत्री कादरी का १८ वर्ष आयु पूर्ण होने से पहले धर्म परिवर्तन पर प्रतिबंध के प्रस्ताव का विरोध ,यह अवयस्क हिंदू या ईसाई लडकियों का आसानी से धर्मपरिवर्तन कर दोनों धर्मों के समाज को मिटाना, यही उद्देश्य है ! – संपादक )
३. पाक की सिनेट में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य दानिश कुमार ने समिति को बताया कि, बलुचिस्तान के दलबंदिन भाग में एक धार्मिक नेता धर्मपरिवर्तन करने को प्रोत्साहन दे रहे हैं । (ऐसे नेता पर पाक कभी भी कार्यवाही नहीं करेगा, यह भी उतना ही सत्य है ! – संपादक)