तीसरे विवाह के प्रयास पर क्रोधित पत्नी द्वारा की गई ७७ वर्षीय मौलवी पति की हत्या !
इसे वासनांधता का दुष्परिणाम ही कह सकते हैं! ऐसी घटनाएं रोकने के लिए केंद्र सरकार को शीघ्रातिशीघ्र समान नागरिक कानून बनाना चाहिए ।
मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) – यहां के शिकारपुर गांव में एक ७७ वर्षीय मौलवी (इस्लाम के धर्मगुरु) ने अपना तीसरा विवाह रचाने का प्रयास प्रारंभ किया । इससे क्रोधित पहली पत्नी ने सोए हुए मौलवी के गुप्तांग पर चाकू से वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया । इस कारण मौलवी की मृत्यु हो गई । मौलवी का नाम वकील अहमद तथा उसकी पत्नी का नाम हाजरा है । पुलिस ने हाजरा को गिरफ्तार कर लिया है ।
Cleric killed after wife slashes his private parts post argument over his third marriage #news #dailyhunt https://t.co/d8ST749ly5
— Dailyhunt (@DailyhuntApp) June 26, 2021
१. मौलवी की घर में ही मृत्यु हो जाने के उपरांत हाजरा ने परिजनों की सहायता से मौलवी को दफनाने का प्रयास किया । पडोसियों को संदेह होने के कारण उन्होंने पुलिस को सूचना दी । पुलिस द्वारा की गई जांच के उपरांत हाजरा ने इस घटना के संबंध में बताकर अपराध स्वीकार कर लिया ।
२. हाजरा को ५ पुत्रियां हैं तथा उनमें से ४ के विवाह हो चुके हैं । दूसरी पत्नी ने मौलवी को छोडने के उपरांत उसने हाजरा को बताया था कि वह तीसरा विवाह करेगा । तब उसने मौलवी से कहा,’प्रथमतः अविवाहित लडकी का विवाह करो ।’ इससे उनमें विवाद हो गया तथा रात को हाजरा ने मौलवी पर आक्रमण कर दिया ।