आंध्रप्रदेश सरकार की ओर से डिग्री पाने के लिए अंग्रेजी भाषा अनिवार्य

रोजगार के अवसर उपलब्ध होने के लिए निर्णय !

  • रशिया, जर्मनी, फ्रांस, जापान आदि विकसित देशों ने और चीन ने भी मातृभाषा के माध्यम से ही प्रगति की है और स्वतंत्रता के ७४ वर्षों बाद भी भारतीयों को अंग्रेजी भाषा की गुलामी करनी पड़ रही है, यह अभी तक के सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद !
  • हिंदू राष्ट्र में संस्कृत, साथ ही मातृभाषा से शिक्षा दी जाएगी और उनको राजगार के भी अवसर होंगे !

अमरावती (आंध्रप्रदेश) – आंध्रप्रदेश सरकार ने डिग्री प्राप्त करने के लिए अंग्रेजी भाषा अनिवार्य की है । शैक्षणिक वर्ष २०२१-२२ के लिए राज्य के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों में अंग्रेजी माध्यम अनिवार्य कर दिया है । विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हों इसलिए यह निर्णय लिया गया है ऐसा राज्य सरकार ने बताया है ।