भारतीय राजनीति में तत्वहीनता ! अपने दल के प्रति निष्ठावान न रह सकनेवाले जन-प्रतिनिधि क्या कभी जनता के प्रति निष्ठावान रहेंगे ?
सांसद जदयू दल के मार्ग पर !
पाटलिपुत्र (पटना) – बिहार लोक जनशक्ति दल के नेता रामविलास पासवान के निधन के पश्चात उनका दल फूट की कगार पर खडा दिखाई दे रहा है । दल के सभी पांच सांसदों ने रामविलास पासवान के पुत्र एवं उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी चिराग पासवान के विरुद्ध विद्रोह कर दिया है । इन सांसदों के नाम पशुपति कुमार पारस (चिराग पासवान के चाचा), प्रिंस राज (चिराग पासवान के चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी एवं महबूब अली केशर हैं ।
The #LokJanshaktiParty witnessed a massive setback on Monday after five out of its six MPs in the Lok Sabha revolted against party chief #ChiragPaswan.
(@rohit_manas) https://t.co/41O3J8QOvI— IndiaToday (@IndiaToday) June 14, 2021
बताया जा रहा है कि ये सभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) अर्थात जदयू में जानेवाले हैं; इन पांचों सांसदों ने लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मांग की है कि ”हमें एक स्वतंत्र समूह के रूप में मान्यता दी जाए ।’ बिहार विधानसभा चुनाव जदयू एवं भाजपा के साथ न लडते हुए स्वतंत्र रूप से लड़ने का चिराग पासवान का निर्णय इन पांचों सांसदों को स्वीकार नहीं था । तब से इस फूट की आशंका व्यक्त की जा रही थी । इस पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, ‘मैं अपने पिता की मृत्यु के आघात से संभल चुका हूं, मैं इस आघात से भी संभल जाऊंगा। ‘