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(इस चित्र को प्रकाशित करने के पीछे किसी की भी धार्मिक भावनाएं आहत करने का कोई उद्देश्य नहीं है, परंतु पाठकों को धर्मद्रोह दिखाई दे ; इसके लिए यह चित्र प्रकाशित कर रहे हैं । – संपादक) |
नंदुरबार (महाराष्ट्र) – नंदुरबार के निकट स्थित छडवेल के जिला मध्यवर्ति बैंक के हिन्दूद्वेषी कर्मचारी नामदेव वंजी बच्छाव ने हिन्दू के आराध्य देव श्री दत्त गुरु का चित्र मार्ग पर फेंककर और उसपर दोनों पैर रखकर श्री दत्त का घोर अनादर किया है । इस प्रकरण में, ‘हिन्दू सेवा साहाय्य समिति’ ने नंदुरबार के जिलाधिकारी डॉ. भारूड को निवेदन प्रस्तुत कर इस निंदनीय कृत्य के कारण बच्छाव को अपदस्थ कर उसे कठोर दंड देने की मांग की है । समिति ने मुख्यमंत्री को भी यह निवेदन भेजा है । (धर्महानि रोकने हेतु कार्य करनेवाली ‘हिन्दू सेवा साहाय्य समिति’ का अभिनंदन ! अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को इससे बोध लेकर हिन्दू देवताओं के अनादर के विरोध में संगठित होकर लोकतांत्रिक पद्धति से संघर्ष करना चाहिए ! – संपादक)
इस अवसर पर समिति के डॉ. नरेंद्र पाटील, प्रा. डॉ. आर. सी. बेडसे, सर्वश्री मोहन जैन, नरेंद्र तांबोळी, जितेंद्र मराठे, गणेश राजपूत, सुमित परदेसी, चेतन राजपूत, मुकेश माळी, जितेंद्र राजपूत, मयूर चौधरी, उज्ज्वल राजपूत, नरेंद्र चौधरी, राजू चौधरी, अनिल मोरे, आकाश गावित आदि उपस्थित थे । इन सभी ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर उसे जिलाधिकारी को प्रस्तुत किया है ।
इस निवेदन में कहा गया है कि, जिला मध्यवर्ति बैंक में श्री दत्त गुरु का चित्र लगाया गया है ; परंतु यह चित्र अच्छा न लगने के कारण बच्छाव ने इस चित्र को मार्ग पर फेंककर उसपर पैर रखने का क्षोभनीय कृत्य किया है । उनके इस कृत्य से क्षुब्ध होकर नागरिकों ने जब उन्हें पूछा, तब वे अपने इस हीन कृत्य का समर्थन ही कर रहे थे । बच्छाव को नौकरी में रखा गया, तो वे पुनः ऐसा कृत्य कर सकते हैं और उसके कारण समाज में तनाव उत्पन्न होने की संभावना है । अतः उनके विरुद्ध उक्त बताए अनुसार कार्यवाही की जाए ।