सी.बी.आई. की ओर से तृणमूल कॉंग्रेस के २ मंत्रियों सहित एक विधायक को हिरासत में लिया

बंगाल का नारदा घोटाला 

देश के अधिकतर नेता भ्रष्टाचारी हैं, ऐसा जनता को लगता है । यह गलत है, ऐसा दावा एक भी नेता नहीं कर सकता, यह भी उतना ही सत्य है । इस कारण भ्रष्ट नेताओं के बदले धर्माचरणी लोगों का हिंदू राष्ट्र ही स्थापित करना चाहिए !

कोलकाता – केंद्रीय जांच एजेंसी ने (सीबीआई ने) राज्य के नारदा घोटाला मामले में राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम और सुव्रत मुखर्जी, साथ ही तृणमूल काँग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पूर्व भाजपा नेता सोवन चैटर्जी को हिरासत में लिया है । इन चारों के घरों पर छापा मारकर उनको हिरासत में लिया गया ।

मुझे भी हिरासत में लें ! – ममता बनर्जी

इस प्रकार से मंत्रियों को और विधायकों को हिरासत में लेना संविधान विरोधी है । राज्य सरकार या न्यायालय की नोटिस के बिना इन चारों नेताओं को हिरासत में नहीं लिया जा सकता । इन नेताओं को हिरासत में लिया, तो मुझे भी हिरासत में लें, ऐसा आवाहन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई अधिकारियों को किया । चारों नेताओं को हिरासत में लेकर सीबीआई कार्यालय में लाने पर ममता बनर्जी ने उनके अधिवक्ताओं सहित सीबीआई कार्यालय में जाकर यह आवाहन किया । सभापति बिमान बनर्जी ने कहा कि, उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार किसी भी विधायक को हिरासत में लेने पूर्व सभापति की अनुमति लेना आवश्यक है; लेकिन मुझसे इस प्रकार की कोई भी अनुमति नहीं ली गई ।

राज्यपाल की अनुमति !

सीबीआई ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड की ओर से इस मामले में फिरहाद हकीम, सुव्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चैटर्जी के विरुद्ध मुकदमा चलाने की अनुमति ली थी । बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद तुरंत ही राज्यपाल ने सीबीआई को मुकदमा प्रविष्ट करने की अनुमति दी थी ।

ममता नर्जी के सीबीआई में रहते समय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने सीबीआई कार्यालय पर पत्थर फेंके।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सीबीआई कार्यालय में जाने पर कार्यालय के बाहर जमा हुए तृणमूल काँग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय पर जोरदार पत्थरबाजी की । इस कारण पुलिस को उनके उपर लाठीचार्ज करना पडा । राज्यपाल जगदीप धनखड ने कोलकाता पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित किया है । कोलकाता पुलिस कानून का पालन नहीं कर रही, ऐसा आरोप उन्होंने लगाया है ।

क्या है नारदा घोटाला ?

वर्ष २०१६ में बंगाल में चुनाव पूर्व नारदा स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सार्वजनिक किया गया था । वर्ष २०१४ में यह ऑपरेशन किया गया था । इसमें तृणमूल कांग्रेस के मंत्री और विधायक एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधि से नकद रकम लेते हुए दिख रहे थे । यह स्टिंग ऑपरेशन ‘नारदा न्यूज पार्टल’ के मैथ्यू सैम्यूअल ने किया था । कोलकाता उच्च न्यायालय ने वर्ष २०१७ में इस स्टिंग ऑपरेशन की सीबीआई जांच करने का आदेश दिया था । इस स्टिंग ऑपरेशन में भाजपा में प्रवेश करने वाले अनेक नेताओं के नाम थे ।