ईद के दिन काबुल के मस्जिद में नमाज के समय हुए बम विस्फोट में १२ लोगों की मृत्यु !

जहां मुसलमान बहुसंख्यक होते हैं, एक दूसरे को मारते हैं, जहां अल्पसंख्यक होते हैं, वहां बहुसंख्यकों पर आक्रमण करते हैं ! यद्यपि ‘इस्लाम’ अर्थात ‘शांति’ कहा जाता है, परंतु प्रत्यक्ष रूप में समस्त विश्व की वास्तविकता अत्यंत भिन्न है !

काबुल (अफगानिस्तान) : यहां के शांकर दारा जनपद में ईद की नमाज के समय एक मस्जिद में हुए बम विस्फोट में १२ लोगों की मृत्यु हो गई । इसमें मस्जिद के इमाम भी सम्मिलित हैं । पंद्रह लोग चोटग्रस्त हो भी गए । कुछ दिन पूर्व ही तालिबान ने युद्ध-विराम की घोषणा की थी ; परंतु इसका उल्लंघन कर, यह धमाका किया गया । यह बमबारी तब हुई जब तालिबान एवं अफगान सरकार के बीच १३ मई को वार्तालाप प्रारंभ हुआ । अमरिका द्वारा अफगानिस्तान से शेष २ सहस्त्र ५०० सैनिकों की वापसी की घोषणा किए जाने के पश्चात से आतंकवादी आक्रमणों में वृद्धि हो गई है ।