हरिद्वार के कुंभ मेले में एकत्रित संतों की आलोचना करने वाले अब कहां गए ? या उनका अर्थ यह है कि अल्पसंख्यकों को ऐसे उल्लंघनों की छूट दी गई है ?
नई दिल्ली : देश में बढते कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र एवं राज्य प्रशासन की ओर से दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं । परंतु, इन नियमों का उल्लंघन करते हुए, १४ मई को रमजान के अवसर पर देश के कुछ भागों में मस्जिदों तथा रास्तों पर सामूहिक नमाज अदा की गई । समाचार एजेंसी एएनआई ने इन प्रार्थनाओं के छायाचित्र प्रसारित किए हैं ।
पंजाब के अमृतसर में जामा मस्जिद के खैरूद्दीन हॉल बाजार में बडी संख्या में मुसलमान एकत्रित हुए थे । ऐसा ही जनसमूह पंजाब के ही लुधियाना में जामा मस्जिद के बाहर देखने को मिला । यहां सडकों पर नमाज अदा की गई । कई लोगों ने तो मास्क भी नहीं पहना था । इसका एक वीडियो भी प्रसारित किया गया है ।
ईद से पूर्व की खरीदारी के समय भी कुछ स्थानों पर बडी संख्या में मुसलमान खरीदारी करते दिखाई दिए । तेलंगाना की राजधानी भाग्यनगर (हैदराबाद) के चार मीनार क्षेत्र में भीड देखी गई । इस समय कोरोना के संबंध में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया था ।
मुंबई के मुसलमान बहुल भिंडी बाजार, दिल्ली के सीलमपुर तथा उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी इसी प्रकार का जनसमूह देखा गया ।