डॉक्टरों और नर्सों से अपमानजनक भाषा में बोलने के कारण उसे फटकार लगाई !
अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के होने के कारण मरीजों के परिजनों का धैर्य टूट गया है, इसलिए वे आक्रामक हो रहे हैं । ऐसे समय में उन्हें आश्वस्त करके समझाने की आवश्यकता है । मंत्री यदि मरीजों के रिश्तेदारों से इस तरह बेरूखी से बात करेंगे, तो लोग किससे समस्या के समाधान की आशा रखें ?
दमोह (मध्य प्रदेश) – भोपाल के दमोह क्षेत्र में स्थापित एक कोरोना निवारण केंद्र का निरीक्षण करने के लिए जब भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री प्रल्हाद पटेल पहुंचे, तो एक व्यक्ति ने पटेल से शिकायत की कि,’ उन्हें अपनी कोरोनाग्रस्त मां के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा है ।’ मंत्री जी ने उसकी सहायता करने के बजाय कहा, “यदि आप ऐसा कहते हैं, तो मैं आपके कनपट्टी पर एक लगाऊंगा ।” इसपर उस आदमी ने कहा, ‘मैं कनपट्टी पर मार खाऊंगा ; किंतु, ऑक्सीजन की व्यवस्था तो करें ।” उसे ऑक्सीजन की नितांत आवश्यकता थी । इस समय मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे । घटना का वीडियो प्रसारित हो रहा है ।
१. इस वीडियो में पीडित कहते हुए दिखाई दे रहा है, “ये (मंत्री) सभी हमें बेवकूफ बना रहे हैं । ३६ घंटे बाद भी हम अस्वस्थ हैं । ऑक्सीजन सिलेंडर देने के लिए कहा जाता है ; किंतु ऑक्सीजन उपलब्ध ही नहीं है । उन्हें यह स्पष्ट कहना चाहिए कि ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है ।’’
२. पटेल ने उस व्यक्ति से पूछा, “क्या किसी ने आपको ऑक्सीजन सिलेंडर देने से मना किया है ?” ‘जी हां मुझे मना कर दिया गया एवं मरीज को केवल ५ मिनट के लिए ऑक्सीजन दिया गया था । यदि ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है, तो अस्पताल में मरीजों को भर्ती नहीं करना चाहिए ।’
३. पटेल के कार्यालय ने घटना पर स्पष्टीकरण दिया है । उन्होंने कहा कि, ‘मंत्री जी ने आदमी को रोकने का प्रयास किया, क्योंकि वह डॉक्टरों और नर्सों के विरुद्ध अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहा था ।’