पाकिस्तानी पाठ्यपुस्तक में हिंदू द्वेष पढाया जाता है ! – बीबीसी उर्दू वृत्त चैनल

पाक में हिंदूओं की दयनीय स्थिति बीबीसी ने कभी नहीं दिखाई है । पाक में बचपन से ही हिंदू द्वेषी पाठ पढाकर वहां हिंदूओं के विरोध में द्वेष कैसे निर्माण किया जाता है, यह इससे ध्यान में आता है । ऐसी मानसिकता वाले पाक के साथ चर्चा करने से कभी भी कुछ साध्य हो सकता है क्या ?

नई दिल्ली – बीबीसी उर्दू वृत्त चैनल ने १२ अप्रैल के दिन यू ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया है । इसमें पाकिस्तान की पाठ्य पुस्तकों में हिंदूओं के विरोध में शिक्षा दी जाती है, ऐसा दिखाया गया है । इसमें अनेक पाकिस्तानी हिंदूओं की प्रतिक्रिया है इस प्रकार की शिक्षा के कारण वे सहकारी और अन्य सह विद्यार्थीयों द्वारा अपमान सहन कर रहे हैं, ऐसा बताया गया है ।

. पाक में पाठ्य पुस्तकों के माध्यम से बचपन से ही बच्चों को ‘हिंदू ‘काफिर’ हैं’, ऐसा पढाया जाता है । उनमें हिंदूओं के प्रति द्वेष निर्माण किया जाता है । ‘पाक में हाने वाली अनेक अयोग्य बातों के लिए हिंदू उत्तरदायी हैं’, ऐसा बताया जाता है ।

. राजेश नामक हिंदू ने बताया कि, इस पुस्तक में ‘काफिर’ शब्द का अर्थ ‘मूर्ति पूजा करने वाला और महिलाओं से द्वेष रखने वाला’, ऐसा कहा गया है । ‘लडकी का जन्म होता है, तो हिंदू उस बच्चे को जिंदा दफन करता है’, ऐसा भी इसमें कहा है उसने बताया ।

डॉ. कुमार नाम के हिंदू व्यक्ति ने जानकारी दी कि, सिंध टेक्स्ट बुक बोर्ड की ११ वीं और १२ वीं कक्षा की पुस्तक में हिंदू और सिक्खों का वर्णन करते समय ‘मानवता के शत्रू’ ऐसा कहा है । हिंदू और सिक्खों ने सहस्रों महिलाओं, पुरूषों और बच्चों की हत्याएं की, ऐसा दावा भी इसमें किया गया है ।

. इस पुस्तक के माध्यम से मुसलमानों में ऐसा चित्र निर्माण किया जाता है कि, हिंदू देशद्रोही होकर उनमें पाकिस्तान के प्रति देशभक्ति की भावना नहीं है ।

. ९ वी और १० वीं की पुस्तक में हिंदूओं को ‘विश्वासघाती और फंसाने वाला’, ऐसा कहा है । ब्रिटिशों से लडने के लिए हिंदू और मुसलमान एकसाथ आए; लेकिन हिंदूओं ने मुसलमानों के प्रति शत्रुता दिखाने पर उनमें बहुत समय तक एकता नहीं रही, ऐसा कहा गया है, डॉ. कुमार ने बताया ।

. पाक के शिक्षा विशेषज्ञ ए.एच. नय्यर ने बताया कि, पाक की पुस्तकों में हिंदूओं के विरोध में द्वेष निर्माण किया गया है । पाक में जब इतिहास पढाया जाता है, तब मुस्लिम लीग और कांग्रेस के बीच लडाई को मुसलमान और हिंदुओं के बीच युद्ध ऐसा रुप दिया जाता है । पाक की स्थापना को सही दिखाने के लिए ऐसी पुस्तकों में हिंदूओं को खलनायक के रुप में दिखाया जाता है ।

. नय्यर ने बताया कि, इन पुस्तकों में मुसलमान शासकों की जानकारी है; लेकिन हिंदूओं का इतिहास नहीं । मुसलमानों के पहले यहां हिंदू शासक थे, इसका इसमें कोई उल्लेख नही ।