|
हरिद्वार, १२ अप्रैल (संवाददाता) – कुंभपर्व में निहित वरीयताप्राप्त विविध अखाडों के साधु-संतों सहित लाखों श्रद्धालुओं ने गंगाजी में सोमवती अमावस्या का दूसरा पवित्र स्नान किया । इस अवसर पर ‘हरकी पौडी’ में विविध अखाडों के आचार्य और महामंडलेश्वरों सहित साधु-संत और लाखों श्रद्धालुओं ने गंगास्नान किया । ११ अप्रैल की मध्यरात्रि से दोपहर तक २१ लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने गंगास्नान का लाभ उठाया । कुंभपर्व के लिए नियुक्त पुलिस महानिदेशक संजय गुंज्याल ने यह जानकारी दी । नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शहा ने भी पवित्र स्नान किया ।
पवित्र स्नान के लिए पवित्र जुने अखाडे के महामंडलेश्वर गौतम गिरि महाराज ने अपने सैकडों अनुयायियों के साथ गंगास्नान किया । उसके उपरांत साधु संतों के स्थल से लेकर स्नान के घाटतक निरंजनी अखाडे सहित अग्नि एवं आवाहन, महानिर्वाणी, अनी, निर्माेही, दिगंबर, श्री पंचायती आखाडा बडा उदासीन, श्री पंचायती आखाडा नया उदासीन और श्री निर्मल आखाडा के साधु-संतों की शोभायात्रा निकाली गई थी । इन सभी अखाडों के साधु-संतों ने सायंकाल ५ बजेतक पवित्र स्नान किया ।
सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से साधु-संतों का स्वागत
कुंभपर्व में सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से महामार्ग पर स्थित बैरागी आखाडे का चौक, साथ ही हरकी पौडी में साधु-संतों के स्वागत के लिए फलक लगाए गए थे । पूरे कुंभपर्व में ये फलक सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे थे । विशेष बात यह रही, कि हरकी पौडीक्षेत्र में भी हाथों में स्वागत के फलक पकडे गए थे । बैरागी अखाडे के चौक पर स्वागत फलक के कारण वहां का वातावरण चैतन्यमय हो गया था और उससे सभी को उत्साह प्रतीत हो रहा था । साधु-संतों के स्वागत के लिए हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट, सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक, समिति के सर्वश्री आनंद जाखोटिया, राजेश उमराणी और हरिकृष्ण शर्मा सहित समिति के अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
१. महामार्ग पर स्थित बैरागी अखाडे के चौक पर सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से स्वागतकक्ष लगाया गया था । अखाडों की शोभायात्रा जैसे ही स्वागतकक्ष के पास आती थी, वैसे ही मेगाफोन से साधु-संत, महामंडलेश्वर आदि विविध संतों के नामों की उद्घोषणा कर साधक उनका स्वागत कर रहे थे ।
२. मेगाफोन के द्वारा प्रभु श्रीराम, हनुमान और हिन्दू राष्ट्र की उद्घोषणाएं की जा रही थीं । साधु-संत और भक्तगणों द्वारा इन उद्घोषणाओं का उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर किया जा रहा था ।
विशेषतापूर्ण :
१. शोभायात्रा देख रहे कुछ श्रद्धालुओं ने उत्स्फूर्तता से संस्था का स्वागत फलक पकडने की सेवा की ।
२. साधक और समिति के कार्यकर्ताओं का सेवाभाव देखकर एक श्रद्धालु ने स्वयंस्फूर्ति से चाय और पेयजल की बोतलें लाकर दीं ।
क्षणिकाएं
१. ऋषिकुल गंगा घाट, कश्यप घाट, गोविंदपुरी, प्रेमनगर आश्रम घाट, अलकनंदा घाट और बिरला घाट आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया ।
२. प्रशासन की ओर से बमखोज दल, अर्धसैनिक बल, सीमा सुरक्षा बल सहित पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी ।