बंगाल में कानून-व्यवस्था के तीन तेरह पहले ही बज चुके हैं, राजनीतिक दलों के लिए यह लज्जास्पद है । सभी राजनीतिक दलों के दुर्लक्ष और राष्ट्रपति शासन लगाने में केंद्र सरकार की विफलता के कारण एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी गई ।
नई दिल्ली : बिहार के किशनगंज नगर पुलिस थाने के अधिकारी अश्विनी कुमार एक पुलिस दल के साथ, एक लूटमार के मामले में आरोपियों को पकडने के लिए बंगाल गए थे । इस समय, भीड ने आरोपियों को बचाने के लिए, दिनाजपुर जिले के पंजिपाडा पुलिस क्षेत्र के पंतापाडा गांव में, अश्विनी कुमार के पथक पर आक्रमण किया । अन्य पुलिसकर्मी भागने में सफल रहे, जबकि अश्विनी कुमार भीड के हाथों लग गए । तदोपरांत उन्हें बेरहमी से पीटा गया । उनकी गला दबाकर हत्या कर दी गई । प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं ।
( सौजन्य : अमर उजाला )
१. बिहार के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि, इस प्रकरण पर बंगाल के पुलिस महानिदेशक से बात की गई है । उन्होंने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और शहीद पुलिस अधिकारी के परिवार को सहायता देने का आश्वासन दिया है ।
२. बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने अश्विनी कुमार के परिवार के लिए राज्य और केंद्र सरकारों से १ करोड रुपये हानि भरपाई की मांग की है ।
WB: SHO of Kishanganj Police Station in Bihar, Ashwini Kumar beaten to death by a crowd in a village in Goalpokhar police station area of Uttar Dinajpur. IG Purnia Range says, "He had come for a raid in connection with a bike theft. Islampur SP with us. We'll raid & make arrests" pic.twitter.com/lwUEodPDWr
— ANI (@ANI) April 10, 2021