हिंदुओं को अपेक्षा है कि भाजपा शासित राज्यों में मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिए विहिप ने वहां के सत्ताधारी शासनकर्ताओं के साथ संवाद कर प्रयास करने चाहिए । उन राज्यों में जहां हिंदू द्वेषी दलों की सरकारें हैं, वहां हिंदुओं को प्रभावी संगठन कर आंदोलन करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है !
नई दिल्ली : चारधाम एवं ५१ प्रमुख मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने का उत्तराखंड सरकार का आश्वासन स्वागत-योग्य है । अन्य राज्यों को भी तत्काल ऐसा निर्णय लेना चाहिए । विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि, ‘अन्यथा, विश्व हिंदू परिषद मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिए देशव्यापी आंदोलन करने की सिद्धता कर रही है ।’
विहिंप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के पदाधिकारी स्वामी डॉ. श्यामदेवाचार्य महाराज ने कहा कि, ‘मंदिर सनातन परंपरा के प्रतीक हैं तथा उनकी आक्रमणकारियों ने तोडफोड की थी । अब सरकार इन पर नियंत्रण पाकर सनातन संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास कर रही है । हम ऐसा नहीं होने देंगे । मंदिरों पर सरकार का नहीं ; अपितु सनातन समुदाय के पुजारियों एवं स्थानीय लोगों का अधिकार है ।’