अनेक संतों एवं महंतों ने कहा है कि, आनेवाला काल संकट का काल होगा । इसे ध्यान में रखते हुए, इस संकट काल में जीवित रहने के लिए साधना करना आवश्यक है !
नई दिल्ली : आनेवाली ५ अप्रैल को प्रातः ५ बजे बृहस्पति ग्रह अपनी राशि में परिवर्तन करेंगे । वर्तमान में मकर राशि में स्थित यह ग्रह, कुंभ राशि में प्रवेश करेगा । अगले १३ माहों तक बृहस्पति ग्रह इस राशि में रहेगा । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है । यह परिवर्तन व्यक्तियों, समाजों एवं देशों को प्रभावित करता है । बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन से, भारत सहित संपूर्ण विश्व में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है ; ऐसा भविष्य पंडित दिवाकर त्रिपाठी ने बताया है, जो ‘उत्थान’ ज्योतिष संस्थान के निदेशक और ज्योतिषी हैं । ‘इसके लिए सभी को सतर्क एवं सजग होना आवश्यक है । उसी प्रकार, यह टीकों की निर्मिति से कोरोना के प्रभावों को न्यून होना भी दर्शाता है,’ उन्होंने कहा ।
ज्योतिषी पंडित दिवाकर त्रिपाठी द्वारा बताए गए भारत पर बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन से होनेवाले कुछ प्रभाव :
१. देश के अंतर्गत कुछ भागों में अशांति हो सकती है तथा प्रगति में बाधा आ सकती है ।
२. भारत में आंतरिक विद्रोह, आंदोलन, जातीय तथा धार्मिक दंगे न्यून होंगे ।
३. विश्व स्तर पर, भारत की सफलता, विजय तथा प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । मित्र राष्ट्रों का सहयोग प्राप्त होगा ।
४. भूकंप, बाढ, आग, भूस्खलन, चक्रवात आदि प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं ।