विरोध के बाद मुख्य अध्यापकों द्वारा क्षमायाचना !
मुसलमान उनके धार्मिक भावनाओं के विषय में सतर्क रहते हैं और तुरंत उसका अपमान करने वालों का विरोध करते हैं, तो बहुतांश जन्महिंदु ऐसी घटनाओं के विषय में निष्क्रिय रहते हैं और उनमें धर्माभिमान भी नही होता है !
लंदन (ब्रिटेन) – ब्रिटेन में वेस्ट यार्कशायर के बटले ग्रामर स्कूल में शार्ली हेब्दो नामक मासिक पत्रिका में छपे मोहम्मद पैगंबर के चित्र वाला अंग दिखाया गया । इसके बाद मुसलमानों ने बडे पैमाने पर प्रदर्शन किए । इस कारण मुख्य अध्यापकों ने क्षमा मांगी है । धार्मिक शिक्षा देने वाले इस शिक्षक ने यह चित्र दिखाया था । उसने भी मुसलमानों से क्षमा मांगी है । विद्यालय द्वारा उसे निलंबित किया गया है । मुख्य अध्यापकों ने ‘धार्मिक शिक्षा देने वाले अभ्यासक्रम का पुनर्विलोकन किया जाएगा’, ऐसा भी कहा है । कुछ माह पूर्व इस प्रकार के चित्र दिखाने पर फ्रांस में एक शिक्षक का धर्मांध विद्यार्थी द्वारा विद्यालय में सिर काट दिया गया था ।
British teacher forced to apologise for showing Charlie Hebdo cartoons to students, police officials read the statement to Muslim protestorshttps://t.co/A1NbRNEDii
— OpIndia.com (@OpIndia_com) March 26, 2021
दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने मुसलमानों द्वारा किए गए प्रदर्शन का विरोध करते हुए ‘कोरोना काल में इस प्रकार नियमों का उल्लंघन स्वीकार नही’, ऐसा कहा है । शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने, ‘विद्यालय के उसके अभ्यासक्रम में विविध विचार सूत्र; चाहे वो आव्हात्मक हो या विवादित उनका समावेश करने की स्वतंत्रता है’, ऐसा कहा है ।