इससे पूर्व इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी इसी प्रकार का परिवाद प्रविष्ट किया था । क्या प्रशासन एवं पुलिस बहरे हैं, जबकि राज्य के लोगों को मस्जिदों पर लगे ध्वनिक्षेपकों से कष्ट हो रहा है ! हिन्दुओं को लगता है कि अब जब मंत्री भी इसके विरुद्ध बोलने लगे हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को, मस्जिदों पर अवैध रूप से लगाए गए ध्वनिक्षेपकों के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए !
बलिया (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक तथा राज्य की भाजपा सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने जिलाधीश को पत्र लिखकर मस्जिदों पर लगे ध्वनिक्षेपकों से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करने को कहा है ।
१. शुक्ला द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, कि स्कूलों में शिक्षक एवं छात्रों का परिवाद था कि गांव में मस्जिदों के ध्वनिक्षेपकों से पूरे दिन विभिन्न घोषणाएं की जाती हैं । इससे लोगों को असुविधा होती है । मेरे घर के निकट भी एक मस्जिद है । यहां पूरे दिन धन अर्पण करने की उद्घोषणा की जाती है । इससे मुझे योग, ध्यान एवं पूजा करने में बाधा होती है ।
२. पत्रकारों से बात करते हुए शुक्ला ने कहा, कि मंदिरों पर लगे ध्वनिक्षेपकों से इस प्रकार की घोषणाएं कभी नहीं की जाती हैं अथवा यदि कभी की जाती हैं, तो लोगों को उससे असुविधा नहीं होती । मंदिर पर मात्र धार्मिक उद्देश्य के लिए ध्वनिक्षेपक उपयोग किए जाते हैं; दूसरी ओर, प्रातः ४ बजे से मस्जिदों में ध्वनिक्षेपक उपयोग किए जाते हैं । इसी कारण लोग अधिक पीडित हैं ।