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उडुपी (कर्नाटक) – कोल्लुरू मुकांबिका देवस्थान का कामकाज पारदर्शक करने की दृष्टि से वहां लिए जाने वाले प्रत्येक निर्णय की जानकारी देवस्थान और धार्मिक संस्था महासंघ को देनी चाहिए, ऐसा आदेश धर्मादाय विभाग के उपायुक्त जयप्रकाश ने देवस्थान समिति को दिया । कोल्लुरू मुकांबिका देवस्थान में सार्वजनिक परेशानी, देवस्थान के स्थान पर और चल संपत्ति के नियोजन के विषय में, यात्रियों को सुविधा, सूखा, उसी प्रकार गीले कचरे के निस्तारण की व्यवस्था आदि विषयों के संबंध में धर्मादाय विभाग के उपायुक्त जयप्रकाश ने देवस्थान के कार्यकारी अधिकारी श्री. महेश, तहसीलदार, देवस्थान का कर्मचारी वर्ग, भूमापन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की । इस बैठक में देवस्थान और धार्मिक संस्था महासंघ, कर्नाटक भी सम्मिलित हुआ था । इस समय महासंघ के सदस्य श्री. मधूसूदन अय्यर, श्री. दिनेश एम.पी., श्री. चंद्र मोगेर, श्री. श्रीनिवास, हिंदु जनजागृति समिति के समन्वयक श्री. विजय कुमार और हिंदु जनजागृति समिती के श्री. विश्वनाथ ये सभी उपस्थित थे । इस समय जयप्रकाश ने यह आदेश दिया ।
१. ‘देवस्थान और धार्मिक संस्था महासंघ, कर्नाटक’ की ओर से कोल्लुरू देवस्थान में हो रहे गलत व्यवहार के विषय की जानकारी ९ मार्च के दिन उडुपी में पत्रकार परिषद के माध्यम से उजागर की गई थी ।
२. पत्रकार परिषद होने के बाद लगभग १० दिनों में कोल्लुरू मुकांबिका देवस्थान में उपआयुक्त की उपस्थिति में साधारण लोंगों की परेशानियां दूर करने के लिए अनेक विषयों के संबंध में चर्चा करने के लिए २० मार्च के दिन बैठक का आयोजन किया गया था । इस संबंध में महासंघ की ओर से देवस्थान में वर्ष २००५ से २०१९ की लेखा परीक्षण रिपोर्ट के अनुसार कुछ आक्षेपार्ह बिंदुओं पर उपायुक्त के साथ चर्चा की गई । इस संबंध में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को तत्परता से इस विषय पर योग्य कार्यवाही करने का आदेश दिया ।
आक्षेप लिए गए सभी विषयों के संबंध में योग्य कार्यवाही कर वहां की व्यवस्था सुचारू होने तक यह लडाई चालू रहेगी ! – गुरूप्रसाद गौडा, प्रवक्ता, देवस्थान और धार्मिक संस्था महासंघ, कर्नाटकदेवस्थान और धार्मिक संस्था महासंघ, कर्नाटक राज्य के प्रवक्ता श्री. गुरूप्रसाद ने कहा कि, हमारे निवेदन को उपायुक्त ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया है । अभी तक हमारे द्वारा आक्षेप लिए सभी विषयों के संबंध में योग्य कार्यवाही कर वहां की व्यवस्था सुचारू होने तक यह लडाई चालू रहेगी । |