आवश्‍यक कारणों से यात्रा करते समय अथवा किसी समारोह मेें जाते समय आगे दी गई बातें ध्‍यान में रखें !

साधकों को सूचना, तथा वाचक, हितचिंतक एवं धर्मप्रेमियों से नम्र निवेदन !

‘वर्तमान में कोरोना १९ (कोविड १९) विषाणु पर प्रतिबंधात्‍मक उपाय के रूप में प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति को अनावश्‍यक यात्रा टालनी चाहिए, कुछ आवश्‍यक कार्य हेतु यात्रा करनी पडे तथा किसी समारोह अथवा कार्यक्रम में जाना पडे, तो आगे दी गई बातों का ध्‍यान रखें ।

१. वाहन में ली जानेवाली सतर्कता
अ. स्‍वयं के वाहन अथवा न्‍यूनतम व्‍यक्‍ति हों, ऐसे वाहन में यात्रा करें ।
आ. वातानुकूलित बस अथवा रेल से यात्रा करने से बचें । स्‍वयं के वाहन में भी वातानुकूलन यंत्र का उपयोग टालें ।
इ. रेल अथवा बस से यात्रा करते समय ‘अपने आसपास सर्दी, खांसी अथवा ज्‍वर के लक्षणवाले व्‍यक्‍ति होने की शंका हो, तो उससे १ मीटर दूर रहें । अर्थात सामाजिक अंतर का पालन करें अथवा संभव हो, तो यात्रा का दूसरा पर्याय चुनें, उदा. दूसरी बस से जाएं ।
ई. भीड में यात्रा करते समय मुख पर
निरंतर मास्‍क अथवा स्‍वच्‍छ धुला रुमाल बांधकर रखें ।
उ. साबुन से हाथ स्‍वच्‍छ धोकर ही मुख को स्‍पर्श करें ।
ऊ. संभव हो, तो यात्रा में हाथ धोने हेतु साबुन अथवा ‘सैनिटाइजर’ का उपयोग करें ।

२. यात्रा में उपयोग में लाए वस्‍त्रों के संदर्भ में ध्‍यान देने योग्‍य बातें
अ. यात्रा में उपयोग में लाए वस्‍त्रों पर साधारणत: १२ घंटे तक रोग फैलानेवाले जीवाणु जीवित रह सकते हैं । इसलिए यात्रा से घर आने पर उन वस्‍त्रों में न घूमकर सीधे प्रसाधनगृह में जाएं ।
आ. शरीर से वस्‍त्र निकालकर हाथ-पांव एवं साबुन लगाकर मुख धोएं ।
इ. यात्रा के वस्‍त्रों को स्‍पर्श किए बिना घर में पहने जानेवाले वस्‍त्र पहनें ।
ई. यदि यात्रा के वस्‍त्र धोए बिना पुन: प्रयुक्‍त करनेे हों, तो उनका अन्‍य वस्‍तु अथवा धुले हुए वस्‍त्रों से स्‍पर्श नहीं हो, इस पद्धति से उन्‍हें हैंगर मेें टांगकर रखें ।
उ. यदि संभव हो, तो ये वस्‍त्र धूप में रखें ।
ऊ. यात्रा में उपयोग किए वस्‍त्रोेंं को कभी भी स्‍पर्श हो, तो तुरंत हाथ धोएं ।
ए. यात्रा में प्रयुक्‍त वस्‍त्र यदि धोने हैं, तो उन्‍हें धोकर यथासंभव धूप में सुखाएं ।