दंगा प्रभावित मुसलमानों की सहायता; किंतु पीडित हिन्दुओं की मदद करने में टालामटोल

देहली दंगे का एक वर्ष !

  • आम आदमी पार्टी सरकार और ‘सिख खालसा’ संगठन का हिन्दू द्वेष !

  • धर्मनिरपेक्षतावादी आम आदमी पार्टी सरकार का हिन्दू द्वेष ! यह सरकार संविधान और मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है ! अब कोई भी इस विषय में बात क्यों नहीं करता है?

  • कट्टरपंथी मुगलों से लडते हुए सिख गुरुओं ने शहादत दी । उन्हीं कट्टरपंथियों के वंशजों का पोषण करना आत्महत्या है । ‘खालसा’ के लोग जिस दिन ये समझ जाएं, वह सौभाग्य होगा !

नई देहली : देहली में हुए दंगे को एक वर्ष बीत चुका है । कट्टरपंथियों द्वारा आरंभ किया गया दंगा ३ दिनों तक चला था । इसने हिन्दू और मुस्लिम दोनों को हानि पहुंचाई । ५० से अधिक लोग मारे गए थे । जब कुछ समाचार पत्रों ने इस विषय में पीडितों से संपर्क किया, तब यह देखा गया कि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार और ‘खालसा’ संगठन ने प्रभावित पीडितों को सहायता प्रदान करने में मुस्लिम पीडितों को पूरी सहायता प्रदान की किंतु हिन्दुओं की सहायता करने में वे टालमटोल कर रहे हैं ।

१. एक पीडित हिन्दू ने कहा कि दंगे के कुछ महीने उपरांत खालसा संगठन के लोग मदद कर रहे थे । उन्होंने पीडित मुसलमानों की मदद की, किंतु हिन्दुओं की उपेक्षा की । उन्होंने १०० मुसलमानों में से ९० प्रतिशत की मदद की ।

२. राज्य में केजरीवाल सरकार ने मस्जिदों में भोजन और फल भेजे; किंतु हिन्दुओं को कुछ नहीं दिया गया । मस्जिदों में भेजी गई सामग्री मुसलमानों में वितरित की गई ।

३. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि अभी भी यहां तनाव का वातावरण है । इसके कारण हिन्दुओं में भय व्याप्त है । कुछ दिन पूर्व यहां मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद में कट्टरपंथियों की भीड द्वारा एक हिन्दू युवक को पीटने से यहां तनाव हो गया । यह समाचार मीडिया ने नहीं दिया । आज, यहां अनेक हिन्दू अपने घरों से पलायन कर गए हैं ।