चीन को उघूर तुर्क मुसलमानों से अच्छा व्यवहार करन चाहिए ! तुर्किस्तान ने चीन को सुनाया !

तुर्किस्तान ने सुनाया और चीन ने व्यवहार सुधारा, ऐसा कभी हो सकता है क्या ? चीन अमेरिका को तो मानता नहीं, तुर्किस्तान को क्या महत्व देगा ? तुर्किस्तान केवल विश्व के मुसलमानों को, ‘हम मुसलमानों के लिए कुछ तो कर रहे हैं’, यह दिखाने का प्रयास कर रहा है !

नई दिल्ली – तुर्किस्तान चीन के शिनजियांग प्रांत की स्थिति के ऊपर ध्यान रखे हुए है और हमारी सरकार को लगता है कि, उघूर को तुर्क मुसलमानों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए, ऐसा विधान तुर्किस्तान की सत्ताधारी पार्टी जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी के प्रवक्ता उमर चेलिक ने किया है । चीन के शिनजियांग में १ करोड उघूर मुसलमान रहते हैं । इसमें तुर्क मुसलमानों की संख्या ४५ प्रतिशत है ।

१. चेलिक ने इस प्रांत की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘इस चिंता को दूर करने की एक ही योग्य पद्धति यह है कि चीन उघूर तुर्कों के साथ व्यवहार में सुधार करे ।’ चेलिक ने पिछले वर्ष चीन को उसकी नीति में सुधार करने को कहा था । उन्होंने कहा था कि चीन को आतंकवादी और निर्दोष लोगों के भेद को समझना चाहिए ।

२. तुर्किस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों के हो रहे उल्लंघन के विषय में चिंतित है । हम आशा करते हैं कि, चीन उघूर मुसलमानों को भी नागरिक की दृष्टि से देखेगा ।

३. तुर्किस्तान की एक समिति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की ७५ वीं बैठक में उघूर मुसलमानों के विषय में चिंता व्यक्त की थी ।