सामाजिक संचार माध्यमों द्वारा मंडल को गिरफ्तार करने की मांग !
भारत में इस तरह के कृत्य के लिए कोई सख्त कानून न होने के कारण, देशद्रोहियों का दुराचार बहुत बढ गया है । केंद्र की भाजपा सरकार को विभिन्न माध्यमों द्वारा हिन्दू देवताओं के ऐसे अपमान को रोकने के लिए, पाकिस्तान के ईश निंदा विरोधी कानून बनाना आवश्यक है !
नई दिल्ली : वसंत पंचमी पर श्री सरस्वती देवी के बारे में आपत्तिजनक ट्वीट करने के कारण, पत्रकार दिलीप मंडल को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है । इसके लिए हैशटैग भी बनाए गए हैं । मंडल ने ट्वीट किया, “मैं सरस्वती को विद्या की देवी नहीं मानता । उसने न कोई स्कूल खोला और न ही कोई किताब लिखी है । ये दोनों काम मां सावित्री बाई फुले ने किए थे । फिर भी मैं सरस्वती देवी के साथ हूं । ब्रह्मा ने उनका यौन शोषण किया ।” इसके लिए मंडल ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक का उल्लेख किया है ।
सरस्वती को मैं शिक्षा की देवी नहीं मानता। उन्होंने न कोई स्कूल खोला, न कोई किताब लिखी। ये दोनों काम माता सावित्रीबाई फुले ने किए। फिर भी मैं सरस्वती के साथ हूँ। ब्रह्मा ने उनका जो यौन उत्पीड़न किया, वह जघन्य है। – संदर्भ Phule J. , Slavery(1991), Govt of Maharashtra Publication pic.twitter.com/r0iTXfi02a
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) February 16, 2021