भारत विरोधी ट्विटर खातों के विरोध में कार्रवाई होनी चाहिए ! – केंद्र सरकार ने ट्विटर के अधिकारियों को दी चेतावनी !

ट्विटर के ‘हमारा कोई कुछ भी बिगाड नहीं सकता’ , रवैये के कारण, वह लगातार भारत विरोधी और हिंदू विरोधी गतिविधियों को उकसा रहा है । इसलिए, इस तरह की चेतावनी के साथ, देशभक्तों को लगता है कि भारत सरकार को ट्विटर को भारतीयों के लिए एक वैकल्पिक सामाजिक माध्यम बनाने में गर्व करना चाहिए !

नई दिल्ली : भारत में किसानों के आंदोलन के दौरान, भारत सरकार ने ट्विटर पर उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा था, जिन्होंने विभिन्न ट्विटर खातों से देश के विरुद्ध ट्विट किये थे । उसके बाद, ट्विटर ने ७०९ खातों पर कार्रवाई की, किंतु भारत ने ११०० लोगों पर कार्रवाई की मांग की थी । इस संदर्भ में, ट्विटर के वरिष्ठ अधिकारियों और केंद्र सरकार के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव के बीच एक बैठक हुई । “ट्विटर के अपने संस्थापनात्मक नियम होंगे, किंतु ट्विटर को भारत में भारतीय कानूनों का पालन करना होगा । सरकार द्वारा बताए गए सभी खातों पर कार्रवाई करनी होगी, ” सरकार ने ट्विटर को यह स्पष्ट चेतावनी दी है ।

१. इस बैठक में ट्विटर पर दोहरी भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया । कैपिटल हिल हिंसा पर अमेरिका की फटकार को भी याद दिलाया गया । उस समय ट्विटर ने तत्काल कार्रवाई की थी, किन्तु लाल किले के प्रकरण में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई ।

२. केंद्र सरकार ने ट्विटर से ११७८ ट्विटर अकाउंट बंद करने को कहा था । “हमने ५०० ट्विटर खातों पर कार्रवाई की है । जिन्होंने उत्तेजक टिप्पणियां की थीं, हमने उन खातों को स्थायी रूप से बंद कर दिया है,” ट्विटर ने कहा ।

३. फिर भी, ट्विटर ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए पत्रकारों, राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के खातों पर कार्रवाई करने से मना कर दिया ।

(संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति, डोनाल्ड ट्रम्प के विवादास्पद ट्वीट हटा दिए गए थे और उनके खाते पर प्रतिबंध लगा दिया गया था । क्या उस समय उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में ट्विटर को जानकारी नहीं थी ? यह ट्विटर का भारत के प्रति द्वेष दर्शाता है ! संपादक)