कृषि कानूनों पर चर्चा को ले कर कोलाहल के कारण राज्य सभा दिन भर के लिए स्थगित !

  •  जिस तरह से कक्षा में दंगा फसाद करने वाले बच्चों को दंडित किया जाता है, उसी तरह से संसद में उपद्रव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ! संसद के कार्यों में व्यवधान के कारण धन की बर्बादी को देखते हुए, इस तरह के बेईमान सदस्यों से, हुए नुकसान की भरपाई करें !

नई दिल्ली : कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग को लेकर कोलाहल के कारण राज्य सभा का कामकाज कल (३ फरवरी) तक के लिए स्थगित कर दिया गया है ।

सुबह १०.३० बजे, जैसे ही कामकाज प्रारंभ हुआ, विपक्ष ने कृषि अधिनियम के विरोध में नारेबाजी आरंभ कर दी । फलस्वरूप, पहले सुबह ११.३० बजे तक, तदोपरांत, दोपहर १२.३० बजे तक कामकाज स्थगित कर दिया गया । उसके उपरांत भी राज्य सभा को दिनभर के लिए, स्थिति में कोई बदलाव न होने के कारण, स्थगित कर दिया गया ।

कृषि अधिनियम पर चर्चा करने की अध्यक्ष द्वारा अनुमति न मिलने पर “किसान विरोधी काले कानूनों को वापस लें”, ऐसी घोषणाएं देते हुए सभी विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए । उसके बाद शून्य काल शुरू हुआ ।

भाजपा की ओर से राज्य सभा में आंध्र प्रदेश में हिन्दू मंदिरों की दुरावस्था से संबंधित सूत्र प्रस्तुत

भाजपा सांसद जे. वी. एल. नरसिम्हा राव ने शून्य काल में इस विषय पर राज्य सभा में नोटिस जारी की । उन्होंने आंध्र प्रदेश में हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण के प्रकरणों में आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।