(कहते हैं) ‘महिला शाम के समय घर के बाहर न निकले, तो बलात्कार टल सकता है !’

राष्ट्रीय महिला आयोग की महिला सदस्यों का दायित्वशून्य गैर जिम्मेदार वक्तव्य !

  • कहां रामराज्य में शरीर पर सोने गहने पहनकर मध्यरात्रि में घर के बाहर निकलने वाली महिला, और कहां महिलाओं को ‘शाम के समय घर के बाहर न निकलें’, ऐसी सलाह देने वाली कलियुग की महिला आयोग की महिला सदस्य !

  • उत्तर प्रदेश में ही नहीं, तो पूरे भारत में महिला शाम के समय बिना डर के बाहर घूम सके, ऐसी स्थिति नहीं है । इस कारण इस स्थिति को पलटने के लिए धर्म का पालन करने वाले हिंदुओं का हिंदु राष्ट्र स्थापित करने के सिवाय पर्याय नहीं है ।

बदायू (उत्तर प्रदेश) – एक ५० वर्षीय महिला का सामूहिक बलात्कार कर उसकी अमानवीय हत्या करने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है । इसमें मंदिर का पुजारी भी सम्मिलित है । इस घटना पर गंभीरता से ध्यान देते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपनी सदस्या चंद्रमुखी देवी को पीडित महिला के परिवार से मिलने के लिए भेजा था । इस भेट में चंद्रमुखी देवी ने, ‘‘ पीडित महिला किसी के दबाव में होगी, तो उसे समय को ध्यान में रखना चाहिए था, देर से घर के बाहर जाना टालना चाहिए था । पीडित महिला शाम के समय अकेले घर के बाहर न निकली होती या परिवार के सदस्यों के साथ निकली होती, तो आज वह जीवित होती’’, ऐसा दुखद विधान किया । चंद्रमुखी देवी के वक्तव्य पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ‘‘ महिला अपनी इच्छा से ,वह जब चाहे तब कभी भी और कहीं भी बाहर जा सकती है ।’’