इस्लाम का त्याग कर हिन्दू धर्म अपनानेवाले परिवार को कट्टरपंथियों द्वारा जिंदा जलाने का प्रयास !

  • ध्यान दें , चूंकि कट्टरपंथियों को अंतर-जातीय सद्भाव और धर्म निरपेक्षता की खुराक नहीं दी गई है, इसलिए, वे इस प्रकार के कार्य करते हैं !

  • ध्यान रखें कि इतनी बडी घटना के बाद भी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों के साथ-साथ धर्मनिरपेक्ष संगठन भी इस संबंध में अपना मुंह नहीं खोलते हैं !

  • अगर इस तरह की घटना हिन्दुओं द्वारा गलती से भी हुई होती, तो हिन्दुओं को ‘तालिबानी’ व ’सनातनी’ कहकर हीन भावना से देखा जाता एवं उनके यदि किसी अन्य संगठन से संबंध होते, तो उसे प्रतिबंधित लगाने की मांग होती !

  • उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए हिन्दुओं को ऐसी घटनाओं की अपेक्षा नहीं है !
बाएं से, देव प्रकाश पटेल और गिरफ्तार किए हुए धर्मांध आरोपी

रायबरेली (उत्तर प्रदेश) – यहां के सलोन क्षेत्र के रतासो गांव के निवासी, मोहम्मद अनवर ने सितंबर २०२० में इस्लाम धर्म छोडकर हिन्दू धर्म को अपना लिया था । उन्होंने अपना नाम ‘देव प्रकाश पटेल’ रखा था । फिर उन्होंने अपनी भूमि पर मंदिर का निर्माण शुरू किया । यह मालूम होते ही कट्टरपंथी सरपंच और उनके सहयोगियों ने घर के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया, जब देव प्रकाश पटेल और उनके ३ बच्चे घर में सो रहे थे, उन्होंने घर में आग लगा दी और उन्हें जिंदा जलाने का प्रयत्न किया । इस समय, देव प्रकाश पटेल ने घर के पिछले दरवाजे को तोड दिया तथा स्वयं व अपने बच्चों के जीवन को बचाया । पुलिस ने सरपंच ताहिर, रेहान उर्फ सोनू, अली अहमद, इम्तियाज और मदरसे के कुछ अन्य लोगों के विरुद्ध गुनाह पंजीकृत कर उनमें से दो को गिरफ्तार किया है ।

देव प्रकाश पटेल अपनी जमीन पर मंदिर बना रहे थे, यही कट्टरपंथियों के असंतोष का कारण था । इसलिए, उन्होंने देव प्रकाश पटेल को मारने की कोशिश की । घटना के बाद कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक, देव प्रकाश पटेल से मिले और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया । इसी प्रकार, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी उनसे मुलाकात की है ।