अमेरिका कहता है, ‘कार्यवाही करेंगे !’
अंततः अमेरिका को विश्व के किस देश में धार्मिक स्वतंत्रता का हनन हो रहा है, यह ध्यान मे आया, यह अच्छा हुआ ! पाकिस्तान में पिछले ७ दशकों से हिंदुओं पर अत्याचार होने से उनका अस्तित्व समाप्त होने के मार्ग पर है । विश्व को पाक को आतंकवादी देश घोषित कर उसका बहिष्कार करना चाहिए और वहां के हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए !
वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका ने विविध देशों मे हो रहे धार्मिक स्वतंत्रता के हनन पर चिंता व्यक्त करते हुए ऐसे देशों की सूची बनाई है । इसमें पाकिस्तान और चीन सहित म्यानमार, इरिट्रिया, नाइजेरिया, उत्तर कोरिया, सौदी अरेबिया, तजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान इन १० देशों का समावेश है । अमेरिका इन देशों पर इस संदर्भ में ध्यान रखने वाला है । ‘धार्मिक स्वतंत्रता का गला घोटने वालों के विरोध में कार्यवाही करने की तैयारी कर रहे हैं’, ऐसी चेतावनी अमेरिका ने दी है ।
The US adds Pakistan, China and 8 others as ‘Countries of Particular Concern’ for violation of religious freedomhttps://t.co/1dN4mn8tJP
— OpIndia.com (@OpIndia_com) December 8, 2020
१. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कोमोरोस, क्यूबा, निकारागुआ और रूस इन देशों की एक विशेष सूची बनाई है । इन देशों में धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर रूप से उल्लंघन होने का उल्लेख किया गया है ।
२. इन १० देशों में एक विशेष धर्म पर हो रहे अत्याचारों पर नियंत्रण रखने में यह देश असफल हो रहे हैं । पाक में नियमित हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं । इस विषय में भारत ने अनेक बार आवाज उठाई है । इस कारण अमेरिका ने इस सूची में पाकिस्तान को शामिल किया है । दूसरी ओर चीन में भी उघूर मुसलमानों पर अत्याचार होने के कारण उसे भी इस सूची में लिया गया है ।
३. इस विषय में अमेरिका के विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओं ने कहा कि, स्वतंत्रता यह एक अधिकार है । मुक्त समाज के लिए यह आवश्यक है । सूडान और उजबेकिस्तान की सरकार ने देश में आमूलचूल बदलाव कर महत्वपूर्ण सुधार किए है । इस आधार पर इन देशों को विशेष निगरानी सूची से हटा दिया गया है । इन देशों द्वारा बनाए कानून और लिए गये ठोस निर्णय अन्य देशों के सामने आदर्श निर्माण करेंगे, ऐसा उल्लेख उन्होंने किया ।
४. अल्-शबाब, अल्-कायदा, बोको हराम, हयात रहरीर अल्-शाम, हौथिस, इस्लामिक स्टेट, जमात नस्र अल्-इस्लाम वाल मुस्लिम और तालिबान इन संगठनों को अमेरिका ने ‘विशेष चिंता समूह’ में समावेश किया है ।