इससे ध्यान में आता है कि किसान आंदोलन में खालिस्तानियों की भागीदारी होगी ! भारतियों को ऐसा ही लगता है कि, केंद्र सरकार को इसका पता लगाना चाहिए तथा उन्हें बेनकाब करना चाहिए !
लंदन (इंग्लैंड) – दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में ६ दिसंबर को लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया । उस समय खालिस्तानियों के झंडे फहराए गए थे । भारत विरोधी नारे भी लगाए गए थे । ब्रिटेन के विदेश और गृह मंत्रालय ने इसे ध्यान में रखते हुए, भीड़ को नियंत्रित किया । इस दौरान कुछ उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया गया ।
इस संदर्भ में भारतीय उच्चायोग ने कहा है कि यह एक गंभीर मामला है । क्योंकि कोरोना संकट के काल में, सामाजिक दूरी से संबंधित नियमों का उल्लंघन करते हुए साढ़े तीन से चार सहस्त्र लोग भारतीय दूतावास के सामने एकत्र हुए थे । अनुमानित ७०० वाहन इसमें शामिल थे । लंदन पुलिस ने ३० से अधिक लोगों को एकत्रित होने की अनुमति नहीं दी थी । उसी प्रकार, आंदोलन के लिए केवल ४० वाहनों की ही अनुमति ली गई थी । बिना अनुमति के इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे आ गए ? इसकी, तथा अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है ।