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मडगांव ६ दिसंबर (न्यूज) – ६ दिसंबर १९९२ को बाबरी की संरचना को ध्वस्त किया गया था । इस परिप्रेक्ष्य में आतंकवादियों से संबंध रखनेवाली पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ( पीएफआई) द्वारा ‘रुमडामल हाउसिंग बोर्ड’, मडगांव में सार्वजनिक स्थानों पर भीतीपत्र (पोस्टर) लगाए गए जिसका आशय था ‘बाबरी एक दिन में बन जाएगी’। विशेष उल्लेखनीय बात है कि यह धार्मिक वैमनस्य निर्माण करनेवाले ये पोस्टर तब प्रदर्शित किए गए, जब राज्य में १२ दिसंबर को होनेवाले जिला पंचायत चुनाव के लिए आचार संहिता लागू है । पोस्टर लगाए जाने के छायाचित्र (फोटो) सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के पश्चात भी पुलिस ने इसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की । (ऐसी पुलिस का क्या उपयोग ? हिन्दुओं को इसके विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट कर मडगांव पुलिस के विरुद्ध भी कार्रवाई करने की मांग क्यों नहीं करनी चाहिए ? – संपादक)
फोंडा में पीएफआई द्वारा पोस्टर के साथ प्रदर्शन एवं पुलिस निष्क्रिय !
६ दिसंबर की सुबह, फोंडा में दादा वैद्य चौक के पास, ‘बाबरी एक दिन बनाई जाएगी’ इस आशय के पोस्टर के साथ प्रदर्शन हुए । (बाबरी पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के उपरांत भी इस प्रकार के पोस्टर के साथ निदर्शन किए जाते हैं एवं निदर्शनस्थल से मात्र २५ मीटर की दूरी पर स्थित फोंडा पुलिस चुप्पी साधे बैठी रहती है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है ! जब इस तरह के विरोध प्रदर्शन से धार्मिक वैमनस्य निर्माण हो रहा है, तब पुलिसकर्मी चुप कैसे रह सकते हैं ? क्या वे धर्मांधों से भयभीत हैं? – संपादक)
देश में बमविस्फोट, दंगे, लव जिहाद आदि अनेक देशविरोधी और हिन्दूविरोधी कृत्यों में सहभाग और उसमें निरंतरता होते हुए भी केंद्र सरकार इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए किसकी प्रतीक्षा कर रही है, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
पाटलीपुत्र (बिहार) – पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने बिहार के कटिहार, पुर्णिया और दरभंगा के कुछ स्थानों पर बाबरी पतन दिवस के उपलक्ष्य में आपत्तिजनक भीतीपत्र लगाए थे । इसमें ‘६ दिसंबर को न भूलें’, ऐसा लिखा गया था । उसमें बाबरी ढांचे के ३ गुंबज दिखाए गए थे । उसके उपरांत बिहार पुलिस ने राज्य में सतर्कता की चेतावनी दी थी ।
कुछ दिन पूर्व ही प्रवर्तन निदेशालय ने दरभंगा और पुर्णिया सहित देश के अनेक स्थानों पर पीएफआई के कार्यालयों पर छापामारी की थी । दरभंगा के संगठन के महासचिव मोहम्मद सनाउल्लाह के घर पर भी छापामारी की गई थी । इन दोनों स्थानों पर धर्मांधों की भीड ने ईडी के अधिकारियों की गाडी का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया था ।