‘कल्पवृक्ष’ प्रतिष्ठान के जालस्थल से हिन्दूद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैन के चित्रों की बिक्री

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पत्र भेजकर विरोध

अभीतक की किसी भी सरकार ने म.फि. हुसैन द्वारा बनाए गए हिन्दू देवताओं और भारतमाता का अनादर करनेवाले चित्रों पर प्रतिबंध न लगाए जाने से निरंतर इस प्रकार के चित्रों की बिक्री की जा रही है, जो सभी राजनीतिक दलों और इसका उत्तर न पूछनेवाले हिन्दुओं के लिए लज्जाप्रद है !

मुंबई – यहां के ‘कल्पवृक्ष’ प्रतिष्ठान के जालस्थल से चित्रों की बिक्री की जाती है । इसमें हिन्दूद्वेषक्ष चित्रकार मफि हुसैन के चित्र भी अंतर्भूत हैं । इसके कारण हिन्दू धर्मप्रेमी इस प्रतिष्ठान का विरोध करते हुए हुसैन के चित्रों की बिक्री रोकने की मांग कर रहे हैं । धर्मप्रेमियों ने जब इसकी जानकारी दी, तब हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कल्पवृक्ष प्रतिष्ठान को पत्र लिखकर हुसैन के चित्रों को बिक्री से हटाकर उनका उदात्तीकरण रोकने की मांग की गई है ।

१. इस पत्र में कहा गया है कि हुसैन ने हिन्दू देवताओं और भारतमाता के नग्न चित्र बनाकर उनका अनादर किया, साथ ही उन्होंने इन चित्रों को नीलामी के लिए रखा था । उसके कारण करोडों हिन्दुओं और राष्ट्रभक्तों की भावना आहत हुई थी । इसके विरुद्ध पुलिस में १ सहस्र २५० शिकायतें प्रविष्ट की गई थीं ।

२. इस प्रतिष्ठान ने इस पत्र का कोई उत्तर नहीं दिया है । दूसरी ओर धर्मप्रेमी निम्नांकि संपर्काें पर वैधानिक पद्धति से विरोध कर इस प्रतिष्ठान से ये चित्र हटाने की मांग कर रहे हैं ।

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उचित मार्ग से निषेध करें !

निषेध करने का मुख्य उद्देश्य है वैचारिक परिवर्तन करना ! इसलिए किसी का भी निषेध करते समय तात्त्विक सूत्रों का आधार लेकर वैचारिक स्तर पर करें ! निषेध करने के पीछे चूक करनेवाले की चूक बताकर उसे उचित मार्ग पर लाने का दृष्टिकोण चाहिए !