जम्मू – कश्मीर के पुलिस महासंचालक को पत्र लिखा !
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श्रीनगर (जम्मु-काश्मिर) – दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जे.एन.यू.) की पूर्व छात्र नेता, शेहला रशीद पर उसी के पिता, अर्थात् अब्दुल रशीद शौरा ने देश विरोधी कार्यवाहीयों में सहभागी होने का आरोप लगाया है । इसके लिए उसे करोडों रुपये मिल रहे हैं उसकी जांच करनी चाहिए, ऐसी मांग जम्मु-काश्मिर के पुलिस महासंचालक को पत्र लिख कर दी है । ‘शेहला से मेरी जान को खतरा है’, ऐसा दावा करते हुए स्वयं को सुरक्षा देने की मांग भी पत्र में की है । इस पत्र में शेहला के साथ, पत्नी जुबैदा, बडी बेटी आसमा रशीद और पुलिस विभाग के सिपाही, साकिब अहमद पर भी देश विरोधी कार्यवाही में हाथ हाने का आरोप लगाया है । ‘जम्मू-कश्मीर पीपल्स मुवमेंट’, इस पार्टी में सहभागी होने के पहले, शेहला ने एक उद्योगपति से ३ करोड रुपये लिए थे, ऐसा दावा भी उन्होंने किया है ।
१. ‘सितंबर २०१९ में सैनिकों ने नागरिकों को परेशान कर काश्मीर घाटी में उनके घर लूटे’, ऐसा ट्वीट करने के मामले में शेहला के विरोध में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था । अब शेहला के पिता ने ही उसपर देश विरोधी कार्यवाही का आरोप लगाया है ।
२. अब्दुल रशीद ने कहा कि, वर्ष २०१७ में मेरी बेटी अचानक राजनीति में आई । वह पहले ननाल कॉन्फ़्रेन्स में थी । इसके बाद वह ‘जे.के.पी.एम.’ मे सहभागी हुई । आतंकवादियों को पैसा पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार किए गए इंजिनियर, रशीद और जुहूर वटाली ने शेहला को उनकी पार्टी में आने के लिए ३ करोड रुपये का प्रस्ताव रखा था । जून २०१७ में इन दोनो ने मुझे भी उनके श्रीनगर के घर पर बुलाया था । उस समय, वो एक नई पार्टी बनाने वाले हैं और उसमें मेरी बेटी को सहभागी होने के लिए कह रहे थे । उन्होंने उसी समय मुझे ३ करोड रुपये देने की तैयारी दिखाई थी । मैंने मना कर दिया था । इसके बाद उन्होने शेहला से संपर्क किया था । शेहला को मिलने वाला पैसा गलत मार्ग से है और उसका प्रयोग भी गलत स्थान पर हो रहा है । इसके बाद मेरी बेटी उनके साथ काम करने लगी । ‘तुम यह काम मत करो’, ऐसा बताने पर भी उसने पैसे लिए और मुझे चुप रहने को कहा ।
शेहला रशीद ने आरोपों का खंडन किया है !
पिता के आरोप के बाद, शेहला ने एक पोस्ट ट्वीट करके शेअर किया है, ‘आप में से बहुतों ने मेरे पिता का मेरे और मेरी बहन के उपर लगाए आरोपों का वीडियो देखा होगा । संक्षेप में बताया जाए, तो मेरे पिता महिलाओं पर अत्याचार करने वाले, गाली देने वाले निराश व्यक्ति है । हमने उनके इस बर्ताव के विरोध में आवाज उठाई और उन्होंने बाद में प्रसिद्धि पाने के लिए यह प्रचार-साधन अपनाया है’ । उनके विरोध में पारिवारिक न्यायालय में गुनाह दर्ज है । उसका बदला लेने के लिए उन्होंने यह आरोप लगाया है । समझदारी आने के बाद से मेरे पिता हमसे इस प्रकार का बर्ताव करने लगे । (यह सत्य है, ऐसा मान भी लिया जाए, तो भी शेहला के पिता के लगाए आरोपों पर शेहला ने कोई भी टिप्पणी नहीं की, यह भी उतना ही सत्य है । शेहला ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार किया है, फिर भी शेहला के विरोध में आरोपों का जम्मू-कश्मीर प्रशासन और केंद्र सरकार को जांच करना आवश्यक है । – संपादक)
अब्दुल रशीद शौरा को अक्टूबर माह से श्रीनगर के मुन्सिफ न्यायालय ने घरेलू हिंसा के मामले में घर जाने पर रोक लगाई है ।