पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाए ! सूफी इस्लामिक बोर्ड की प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मांग

  • प्रतिबंध न लगाने पर आंदोलन करेंगे !

  • ‘स्वर्ग में ७२ परियां मिलेंगी’, ऐसा लालच दिखाकर मुसलमान युवकों को जिहाद के लिए प्रेरित करने का आरोप

  • पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की अनेक देशविरोधी कार्यवाहियों का अभी तक खुलासा होने पर भी केंद्र सरकार का उस पर प्रतिबंध न लगाना, यह आश्चर्यजनक है !

  • हिंदुत्ववादी और राष्ट्रप्रेमी संगठनों की ओर से अब तक इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग होने पर अब मुसलमानों के धार्मिक संगठन की ओर से ऐसी मांग की जा रही है, यह केंद्र सरकार को ध्यान में लेकर जल्द से जल्द पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !


नई दिल्ली –सूफी इस्लामिक बोर्ड इस मुसलमान संगठन ने पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया इस जिहादी संगठन पर बंदी लगाने की मांग की है । बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान और राष्ट्रीय प्रवक्ता सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने पी.एफ.आई. पर देशभर में बंदी लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है । ‘यदि इस संगठन पर प्रतिबंध नही लगाया, तो हम आंदोलन करेंगे’, ऐसा इस पत्र में कहा है ।

१. बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव सैयद हसनैन बकाई ने आरोप लगाया है कि, पी.एफ.आई. अपनी राजकीय शाखा एस.डी.पी.आइ. के माध्यम से मुसलमान युवकों को पथभ्रष्ट कर रहे हैं । जिहाद के नाम से ७२ परियों का लालच दिखाकर उन्हे देश विरोधी कार्यवाही करने के लिए लामबंद किया जा रहा है । यह संगठन आतंकवादी निर्माण करने की पाठशाला है । इस संगठन का संबंध इस्लामिक स्टेट से है, ऐसा आरोप उन्होंने लगाया है ।

२. बोर्ड के अध्यक्ष मंसूर खान ने बताया कि, पी.एफ.आई. से संबंधित लोग अलकायदा से संबंधित संगठनों की बैठक में सहभागी होते रहते हैं । प्रशिक्षण केंद्र, अपहरण, फिरौती के लिए हत्या, रा.स्व.संघ और माकपा के कार्यकर्ताओं की हत्या, बंगलूरू दंगे में इस संगठन का हाथ होना सामने आया है । पी.एफ.आई. यह अपनी गुप्त नीति के माध्यम से भारतीय उपमहाद्वीप में तुर्की की विभाजनकारी योजना का प्रसार करना चाहता है । इस कारण वर्ष २०१६ में तुर्किस्तान के राष्ट्रपति एर्दोगन ने विद्रोह कर सत्ता पलटने पर पी.एफ.आई. ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बधाई दी थी । कर्नाटक दंगों की जांच करने वाली पुलिस ने ४८ स्थानों पर छापा डाला था । उसमें एस.डी.पी.आई. के कार्यालय से बडे पैमाने पर हथियार जप्त किए गए थे । अलकायदा संगठन का समर्थन करने वाली तुर्कस्तान की आई.एच.एच. इस संगठन से पी.एफ.आई. का संबंध है । उसके ७३ बैंक खातों में जमा १२० करोड रुपये को देश विरोधी कार्यवाही मे खर्च किया जा रहा है ।

सूफी इस्लामिक बोर्ड द्वारा लिखे गए पत्र को पढ़ने के लिए निम्न चित्रों पर क्लिक करें :

३. ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीं काउंसिल के महासचिव सैयद फरीद अहमद निजामी ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर पी.एफ.आई.से उनके संगठन के संबंध के विषय में स्पष्टीकरण दिया है । कुछ दिन पूर्व इस संगठन का पी.एफ.आई. से संबंध होने का आरोप लगा था । निजामी ने कहा कि, पी.एफ.आई. जैसे संगठन की जांच होनी चाहिए । उन्होने स्वयं संगठन के विेषय में जानकारी देनी चाहिए।जो संगठन धर्म की आड मे कट्टरता फैला रहे हैं, उनके विरोध में कार्यवाही होनी चाहिए ।