हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य में धर्मनिष्ठ‍ और राष्ट्रनिष्ठ अधिवक्ताआें की आवश्य्कता ! – श्री. शंभू गवारे, हिन्दू जनजागृति समिति पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्य समन्वयक

हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत
राज्‍यों के लिए हिन्‍दू राष्‍ट्र जागृति ऑनलाइन बैठकों का आयोजन

श्री. शंभू गवारे

     कोलकाता (बंगाल) – पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के झारखंड, बंगाल, असम और त्रिपुरा, इन राज्‍यों के धर्मनिष्‍ठ अधिवक्‍ता इस ऑनलाइन बैठक में सहभागी हुवे थे । बैठक में हिन्‍दू विधिज्ञ परिषद की ओर से अधिवक्‍ता सुगंधा ने बैठक में सहभागी अधिवक्‍ताओं का स्‍वागत कर परिचय करवाकर दिया । बैठक में सहभागी अधिवक्‍ताआें ने अपने कार्य के बारे में सभी को अवगत करवाया । उसके उपरांत श्री. शंभू गवारे ने सभी को हिन्‍दू विधिज्ञ परिषद के कार्य के बारे में बताकर इसमें अपना योगदान देने का आवाहन किया । बैठक में उपस्‍थित सभी अधिवक्‍ताआें ने बताया, ‘‘हम नियमित बैठक में जुड़ने का प्रयास करेंगे और यथा संभव धर्म कार्य में सहभाग लेंगे ।’’

पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के झारखंड, बंगाल, असम और त्रिपुरा, इन राज्‍यों के समिति के जालस्‍थल के माध्‍यम से जुडे धर्मनिष्‍ठ हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ लोगों के लिए ऑनलाइन बैठकों का आयोजन किया गया । बैठक में समिति के श्री. सुमन्‍त देबनाथ ने समिति के कार्य का परिचय करवाकर दिया । बैठक में समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्‍यों के समन्‍वयक श्री. शंभू गवारे ने हिन्‍दू राष्‍ट्र की मूलभूत संकल्‍पना तथा हिन्‍दू राष्‍ट्र-स्‍थापना के लिए हिन्‍दू-संगठन की आवश्‍यकता के विषय में बताया । बैठक का सूत्रसंचलन अधिवक्‍ता सुगंधा ने किया ।