कोलकाता (बंगाल) – आज लगभग पूरे विश्व में ही महिलाएं शीलभंग, बलात्कार, लव जिहाद, हत्या जैसे विविध अत्याचारों से पीडित है । इसलिए स्वयं पर प्रतिदिन होनेवाले अत्याचारों का सामना करने तथा अपनी रक्षा स्वयं कर पाने में महिलाएं सक्षम बनें, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पूर्वोत्तर भारत की युवतियों और स्त्रियों के लिए १० दिवसीय ऑनलाइन महिला शौर्य जागरण वर्ग का आयोजन किया गया ।
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. हर्षद खानविलकर ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों का ‘समाज की वर्तमान स्थिति और आपातकाल की दृष्टि से साधना की एवं स्वरक्षा की आवश्यकता’, इस विषय पर प्रबोधन किया । इस प्रशिक्षण वर्ग में उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी, सैदपुर, भदोही, सुल्तानपुर, अयोध्या, प्रयाग, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ; बिहार राज्य के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सोनपुर, पटना; झारखंड राज्य के धनबाद, कतरास; ओडिशा राज्य के अनेक युवतियां एवं महिलाएं सम्मिलित हुईं ।
अभिमत :
१. अधिवक्ता सुगंधा – शिविर से आत्मविश्वास निर्माण हुआ ।
२. कु. निधि झा – स्वयं का बचाव कैसे करना है; यह इस वर्ग से सीखने को मिला ।
३. कु. रूपम चौरसिया – पहले यह प्रशिक्षण लिया था; किंतु इसे भाव की जोड कैसे दे सकते हैं, यह सीखने के लिए मिला ।
४. कु. आस्था पांडेय – मन का डर समाप्त हुआ, आत्मविश्वास भी बढा ।
५. प्रशिक्षणार्थियों में से १० युवतियों ने स्वरक्षा स्वयं सीखकर अन्यों को सिखाने की इच्छा व्यक्त की ।