भारत में विगत ३ दशकों में ऐसा कभी नहीं हुआ; इसलिए भारत में आतंकी आक्रमण रोकना संभव नहीं हुआ है ! भारत जिहादी आतंकी संगठनों के प्रति कठोर होना अन्य देशों से कब सीखेगा ?
कैनबेरा (ऑस्ट्रेलिया) – ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने मेलबर्न में वर्ष २००५ में आयोजित एक फुटबॉल मैच के समय बमविस्फोट करानेवाले अल्जेरिया के धर्मगुरु अब्दुल नसीर बेनब्रीका की नागरिकता रद्द करने का निर्णय लिया है । विस्फोट करानेवाले गिरोह का नेतृत्व करने के प्रकरण में अब्दुल को दोषी पाया गया है । ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए भी उस देश के द्वारा नागरिकता रद्द किया जाना एसा नसीर पहला व्यक्ति है, अन्यथा जब किसी व्यक्ति के पास २ देशों की नागरिकता होने की बात प्रमाणित होती है, तभी ऑस्ट्रेलिया में नागरिकता रद्द करने का कानून है ।
अब्दुल को आतंकी संगठन चलाना, आतंकी संगठन का भाग होना और आतंकी आक्रमण का षड्यंत्र रचने के प्रकरण में दोषी पाया गया था । इस प्रकरण में उसे १५ वर्षों का दंड सुनाया गया था । कारावास का दंड पूरा होने के उपरांत भी अभियोग चालू ही रहने से उसे कारागार में ही रखा गया है । ऑस्ट्रेलिया के आतंकवादविरोधी कानून के अनुसार दंड पूरा होनेपर भी किसी व्यक्ति को ३ वर्षोंतक कारागार में रखा जा सकता है ।