|
पाटलीपुत्र (बिहार) – बिहार विधानसभा में एमआईएम के विधायक अख्तरूल इमान ने ऊर्दू में शपथ लेते समय ‘हिन्दुस्थान’ बोलना अस्वीकार किया था, तो दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने ऊर्दू के स्थान पर संस्कृत भाषा में शपथ ली । विधानसभा के सभी विधायकों ने उनके इस कृत्य का स्वागत किया ।
Dr. Shakil Ahmad Khan ने #Sanskrit में ली शपथ, #BiharVidhansabha में मेज थपथपाने लगे MLA#BiharTak pic.twitter.com/OALr1LTkjb
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) November 23, 2020
संस्कृत भारत की आत्मभाषा !
शपथ लेने पर शकील अहमद खान ने कहा कि उर्दू मेरी मातृभाषा है । उसे वर्धित करने हेतु मैं आवाज उठाता रहूंगा; परंतु भारत की आत्मभाषा संस्कृत है । वह सभ्यता और संस्कृति की भाषा रही है । काल के प्रवाह में अब वह सामान्य लोगों की भाषा नहीं रही । मुझे पहले से ही संस्कृत प्रिय है । सभी भाषाएं योग्य हैं । किसी भी भाषा के प्रति भेदभाव न हो और कोई भी भाषा किसी पर थोपी न जाए, सरकार की भी यही नीति होनी चाहिए ।
शकील अहमद ने शपथ लेते समय ‘हिन्दुस्थान’ बोलना अस्वीकार करनेवाले अख्तरूल इमान की आलोचना करते हुए कहा कि वे इससे पहले भी विधायक रहे हैं और उन्होंने पहली बार ही शपथ नहीं ली है । उन्होंने इससे पहले ‘हिन्दुस्थान’ शब्द पर आपत्ति क्यों नहीं दर्शाई ?, इसका उन्हें स्मरण रखना चाहिए ।