दीपावली में पटाखे जलानेपर कांग्रेस के पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी ने दर्शाई आपत्ति ।

  • ‘वर्ष में २-३ दिन पटाखे जलानेपर उससे कष्ट होने की शिकायत करनेवालों को मस्जिदोंपर लगाए गए भोंपुओं से प्रतिदिन ५ बार अजान देने के कारण जनता जो कष्ट सहन करती है, उसके प्रति सहानुभूति क्यों नहीं लगती ?

  • दीपावली के पटाखों के कारण जिन्हें कष्ट हो रहा है, ऐसे लोगों के लिए अब भारत छोड देना ही अच्छा होगा !

नई दिल्ली – कांग्रेस के पूर्व सांसद ,शाहीद सिद्दीकी ने दीपावली की प्रातः पटाखे जलानेपर आपत्ति दर्शाते हुए ट्वीट करते हुए प्रश्न उठाए हैं कि ‘प्रातः ४ बजे किस प्रकार लोग पटाखे जलाते हैं । यदि पटाखों के प्रति लिए गए निर्णय का उचित प्रकार से क्रियान्वयन नहीं होता , तो पटाखोंपर प्रतिबंध लगाने से क्या लाभ ?’ उन्होंने आगे जाकर यह भी कहा कि दिल्ली पहले से ही विषैला नरक है और अब यह दीपावली के दूसरे दिन ही बडी संख्या में लोगों की मृत्यु का जाल बनेगी ।

१. अनेक लोगों ने सिद्दीकी द्वारा किए गए ट्वीट का विरोध किया । इसमें लोगों ने कहा कि जब सवेरे-सवेरे ही अजान की आवाज आती है, तब क्या उससे लोगों की नींद खराब नहीं होती ?

२. आदित्य भारद्वाज नाम के व्यक्ति ने पूछा कि ‘ऐसे कौन लोग हैं, जो ‘धर्मनिरेपक्ष’ भारत के नामपर अजान के द्वारा लोगों को दिन में अनेक बार कष्ट पहुंचा रहे हैं ?